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26-04-2025

मक्की में 125 रुपए घटने के आसार मंडियों में आवक का दबाव बढऩे लगा

  •  मकई में पिछले दिनों की आई तेजी के बाद अब उत्पादक मंडियों में आवक का दबाव बढऩे लगा है, जिससे 40-50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ गई है तथा इसी लाइन पर 100/125 रुपए कुंतल का और मंदा लग रहा है, उसके बाद व्यापार में रिस्क समाप्त हो जाएगा। गत 10 दिन पहले बिहार एमपी यूपी हरियाणा पंजाब सभी राज्यों में बेमौसमी बरसात एवं आंधी के साथ-साथ कहीं-कहीं ओले पडऩे से खड़ी फसलों को कुछ नुकसान हुआ है तथा कटाई का सीजन होने से थोड़ा विलंब हो गया था, जिससे नाजायज तेजी आ गई थी। मक्की की फसल बिहार में तैयार खड़ी है तथा कटाई का काम खगडिय़ा बेगूसराय सेमापुर समस्तीपुर गुलाब बाग दरभंगा मानसी जमालपुर गोगरी लाइन में अभी शुरू ही हुआ था कि आंधी एवं बरसात ने फसल को लेट कर दिया। यही कारण है कि पिछले सप्ताह बाजार अनावश्यक 75/100 रुपए प्रति कुंतल तक बढ़ गए थे। कारोबारियों के मन में बड़ा असमंजस की स्थिति बन गई थी कि जो इंडेंट लगे हैं, वह पूरे हो पाएंगे या नहीं, लेकिन वास्तविकता यह है कि मक्की की फसल 75-77 लाख मैट्रिक टन से अधिक ही बिहार में आने वाली है। हम मानते हैं कि प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कुछ क्षेत्रों में कम बैठ रही है, लेकिन बिजाई चौतरफा अधिक होने से मक्की का उत्पादन प्रचुर मात्रा में बैठेगा। हां, यह बात जरूर है कि पिछले दिनों की बरसात से मक्की की आवक का समय एवं खरीद का समय 15 दिन लेट हो गया है, इस वजह से मकई में जो अपेक्षित गिरावट आने वाली थी, उतनी गिरावट अब मुश्किल लग रही है, लेकिन वर्तमान में जो 2275/2280 रुपए प्रति क्विंटल बिहार की मंडियों में मक्की बिक रही है, इसमें 125/130 रुपए प्रति कुंतल की और गिरावट की संभावना दिखाई दे रही है। पिछले सप्ताह खगडिय़ा बेगूसराय लाइन में मक्की 2330/2335 रुपए प्रति क्विंटल बिक गई थी, उसके भाव वर्तमान में घटकर 2275/2280 रुपए रह गए हैं तथा थोड़ी नमी वाली मक्की 2240/2250 रुपए बिक रही है। अभी का 3 दिनों से वहां मक्की की आवक लगातार बढऩे लगी है तथा सेमापुर लाइन में जो मक्की 2330 रुपए बिकी थी, उसके भाव नीचे में 2150 रुपए तक बन जाने की धारणा कारोबारी व्यक्त करने लगे हैं। अभी बिहार में मक्की की फसल चौतरफा खड़ी है तथा फसल में भुट्टे बढिय़ा आए हैं। इधर जून में मक्की कन्नौज हाथरस बहराइच लाइन में भी शुरू हो जाएगी, इसलिए वर्तमान भाव के मक्की की खरीद के लिए कुछ दिन इंतजार करना चाहिए। हम मानते हैं कि गत वर्ष मकई के भाव जो 2050 रुपए बन गए थे, वह बनने मुश्किल लग रहे हैं।, लेकिन यहां मक्की 2100/2125 रुपए एक बार नीचे में बन सकती है। वर्तमान में मकई के भाव हरियाणा पंजाब पहुंच में 2525/2550 रुपए चल रहे हैं, सिलेक्टेड माल 2575 रुपए बिक रहे हैं, लेकिन इन भावों में व्यापर जरूरत का ही करना चाहिए। आने वाले समय में मक्की अभी घटेगी। यदि किसी वजह से मकई के भाव कम नहीं होते हैं, तो यह पूरे साल दुखदाई रहेंगे, क्योंकि गेहूं का उत्पादन भी बहुत अधिक हुआ है तथा खरीद अब तक 150 लाख मैट्रिक टन को छूने लगी है।

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मक्की में 125 रुपए घटने के आसार मंडियों में आवक का दबाव बढऩे लगा

 मकई में पिछले दिनों की आई तेजी के बाद अब उत्पादक मंडियों में आवक का दबाव बढऩे लगा है, जिससे 40-50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ गई है तथा इसी लाइन पर 100/125 रुपए कुंतल का और मंदा लग रहा है, उसके बाद व्यापार में रिस्क समाप्त हो जाएगा। गत 10 दिन पहले बिहार एमपी यूपी हरियाणा पंजाब सभी राज्यों में बेमौसमी बरसात एवं आंधी के साथ-साथ कहीं-कहीं ओले पडऩे से खड़ी फसलों को कुछ नुकसान हुआ है तथा कटाई का सीजन होने से थोड़ा विलंब हो गया था, जिससे नाजायज तेजी आ गई थी। मक्की की फसल बिहार में तैयार खड़ी है तथा कटाई का काम खगडिय़ा बेगूसराय सेमापुर समस्तीपुर गुलाब बाग दरभंगा मानसी जमालपुर गोगरी लाइन में अभी शुरू ही हुआ था कि आंधी एवं बरसात ने फसल को लेट कर दिया। यही कारण है कि पिछले सप्ताह बाजार अनावश्यक 75/100 रुपए प्रति कुंतल तक बढ़ गए थे। कारोबारियों के मन में बड़ा असमंजस की स्थिति बन गई थी कि जो इंडेंट लगे हैं, वह पूरे हो पाएंगे या नहीं, लेकिन वास्तविकता यह है कि मक्की की फसल 75-77 लाख मैट्रिक टन से अधिक ही बिहार में आने वाली है। हम मानते हैं कि प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कुछ क्षेत्रों में कम बैठ रही है, लेकिन बिजाई चौतरफा अधिक होने से मक्की का उत्पादन प्रचुर मात्रा में बैठेगा। हां, यह बात जरूर है कि पिछले दिनों की बरसात से मक्की की आवक का समय एवं खरीद का समय 15 दिन लेट हो गया है, इस वजह से मकई में जो अपेक्षित गिरावट आने वाली थी, उतनी गिरावट अब मुश्किल लग रही है, लेकिन वर्तमान में जो 2275/2280 रुपए प्रति क्विंटल बिहार की मंडियों में मक्की बिक रही है, इसमें 125/130 रुपए प्रति कुंतल की और गिरावट की संभावना दिखाई दे रही है। पिछले सप्ताह खगडिय़ा बेगूसराय लाइन में मक्की 2330/2335 रुपए प्रति क्विंटल बिक गई थी, उसके भाव वर्तमान में घटकर 2275/2280 रुपए रह गए हैं तथा थोड़ी नमी वाली मक्की 2240/2250 रुपए बिक रही है। अभी का 3 दिनों से वहां मक्की की आवक लगातार बढऩे लगी है तथा सेमापुर लाइन में जो मक्की 2330 रुपए बिकी थी, उसके भाव नीचे में 2150 रुपए तक बन जाने की धारणा कारोबारी व्यक्त करने लगे हैं। अभी बिहार में मक्की की फसल चौतरफा खड़ी है तथा फसल में भुट्टे बढिय़ा आए हैं। इधर जून में मक्की कन्नौज हाथरस बहराइच लाइन में भी शुरू हो जाएगी, इसलिए वर्तमान भाव के मक्की की खरीद के लिए कुछ दिन इंतजार करना चाहिए। हम मानते हैं कि गत वर्ष मकई के भाव जो 2050 रुपए बन गए थे, वह बनने मुश्किल लग रहे हैं।, लेकिन यहां मक्की 2100/2125 रुपए एक बार नीचे में बन सकती है। वर्तमान में मकई के भाव हरियाणा पंजाब पहुंच में 2525/2550 रुपए चल रहे हैं, सिलेक्टेड माल 2575 रुपए बिक रहे हैं, लेकिन इन भावों में व्यापर जरूरत का ही करना चाहिए। आने वाले समय में मक्की अभी घटेगी। यदि किसी वजह से मकई के भाव कम नहीं होते हैं, तो यह पूरे साल दुखदाई रहेंगे, क्योंकि गेहूं का उत्पादन भी बहुत अधिक हुआ है तथा खरीद अब तक 150 लाख मैट्रिक टन को छूने लगी है।


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