केंद्र सरकार द्वारा 2025-26 विपणन सत्र के लिए चालू गेहूं की खरीद युद्ध स्तर पर चल रही है। गत 12 अप्रैल तक खरीद एजेंसियों ने किसानों से 31 लाख टन से अधिक गेहूं खरीदा है। वहीं, पिछले साल इसी अवधि के दौरान 17 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। केंद्र को गेहूं की बंपर फसल होने की उम्मीद है। चालू सीजन में 312 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों-मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार में गेहूं की एमएसपी पर खरीद शुरू हो गई है। अब तक गेहूं की खरीद प्रक्रिया में सबसे आगे मध्य प्रदेश है। मध्य प्रदेश में 12 अप्रैल तक 27 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। वहीं, एमपी में पिछले साल इसी अवधि के दौरान राज्य द्वारा 12 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी। मध्य प्रदेश के बाद दूसरे पायदान पर राजस्थान 2,02,729 टन और तीसरे पायदान पर उत्तर प्रदेश 1,42,332 टन का स्थान है। अब तक राजस्थान में दो लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद हुए है। जो बीते साल इसी अवधि के दौरान प्रदेश में गेहूं खरीद का आंकड़ा 52693 टन पहुंचा था। इसी तरह 1.40 लाख टन से अधिक की गेहूं खरीद के मुकाबले पिछली साल इसी अवधि तक 116332 टन गेहूं खरीद गया था। गेहूं खरीद प्रक्रिया में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों ने 2425 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य के अलावा बोनस की घोषणा की है। मध्य प्रदेश ने 175 प्रति क्विंटल और राजस्थान ने 150 प्रति क्विंटल बोनस भुगतान की घोषणा की है। एक अप्रैल से पंजाब में शरू हुई गेहूं की खरीद के तहत 2909 टन गेहूं खरीदा गया है। आमतौर पर पंजाब में गेहूं की खरीद बैसाखी त्योहार के बाद काफी बढ़ जाती है। इसका कारण है कि पंजाब में अधिकतर किसान गेहूं की कटाई पूरी करने के लिए बैसाखी का इंतजार करते हैं। मिंट की रिपोर्ट में पंजाब के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए बताया गया कि हमारी आधिकारिक खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो गई है। हालांकि, बैसाखी के त्योहार के बाद आवक में तेजी आएगी। इसी तरह, हरियाणा में सरकार ने 12 अप्रैल तक 15,204 टन गेहूं खरीदा है। प्रदेश में आने वाले दिनों के दौरान गेहूं की आवक में तेजी आने की उम्मीद है। 2025-26 के विपणन सत्र में, सरकार पंजाब 124 लाख टन, हरियाणा 75 टन, मध्य प्रदेश 60 टन, उत्तर प्रदेश 30 लाख टन और राजस्थान 20 टन जैसे प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों से 312 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य बना रही है।