‘‘मानव जीवन में सभी निर्णय स्वयं के नहीं होते, कुछ निर्णय प्रकृति और समय के अधीन भी होते हैं।’’
- पी.सी. वर्मा
‘‘आदमी अपने दुखों के कारण उतना दुखी नहीं रहता, जितना वह पड़ोसी के सुखों के कारण दुखी रहता है और हां, पड़ोसी भी इसी कारण दुखी रहता है।’’
- के.आर. कमलेश