ई - पेपर Subscribe Now!
ePaper Subscribe Now!
Download Android Mobile App
Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi
केवल शेयर बाजार ही नहीं वरन पूंजी शब्द से जुड़े हर क्षेत्र में जिस तेजी से सतर्कता, सावधानी, होशियारी एवं जागरूकता बढ़ रही है उसे हम Money Economy के स्थापना......
संसार में मनुष्य के भोग के लिये जितने भी पदार्थ, साधन उपलब्ध हैं, उन पर उसका स्थाई अधिकार नहीं है, वह अकेला उनका स्वामी नहीं है, वह न जाने कितने हाथों में से...
विकास के नये दौर को हम जिस तरह Labour v/s Leisure (परिश्रम के स्थान पर आराम) इकोनॉमी और उससे पैदा होने वाली बेरोजगारी बढ़ाने वाली समाज व्यवस्था के नाम से...
जब कोई देश Global Capitalist System की व्यवस्था को अपना लेता है तो वहां पूंजी प्रधान ऐसे अनेक घटनाक्रम घटित होते चले जाते हैं जो दिखने में व्यक्ति की सफलता......
जब कोई देश Creative के स्थान पर Distributive Capitalism या जो रुपैया जमा है उसे ही नहीं वरन अप्रत्याशित उधार लेकर विकास करने की प्रक्रिया को अपनाते हुए गति......