पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष सौंफ का उत्पादन कम हुआ है। जिस कारण बाजार तेज चल रहा है। वहीं मांग बढऩे से और बढऩे की उम्मीद लग रही है। निखिल ट्रेडर्स ने बताया कि, इस बार सौंफ की बुआई करीब 35 प्रतिशत ही हुई है। जिस कारण उत्पादन कम हुआ है। यहां पर नया माल शुरू हो चुका है। इसके भाव 90/100 रुपए खुला था, अब तक इसकी कीमतों में 30/35 रुपए प्रति किलो की तेजी आ चुकी है तथा इसी महिने के अंतराल 20/25 रुपए प्रति किलो की तेजी आने की संभावना लग रही है। सौंफ मोटी सामान्य के भाव अब 14000/16000 रुपए, बढिय़ा 18000/19000 रुपए तथा बारीक सामान्य 16500/18000 रुपए प्रति क्विंटल के उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। आगे उन्होंने बताया कि, गुजरात से सीधे चीन एवं सिंगापुर के लिए सौंफ का निर्यात हो रहा है। पीछे मंडियों में 107/110 रुपए भाव के हिसाब से माल जा रहा है। आगामी एक दो महिने के अंतराल इसके भाव 150 रुपए को भी पार करने की उम्मीद है। घरेलू उपयोग के अलावा आयुर्वेदिक दवाइयां की डिमांड चल रही है। इस बार पूरा सीजन इसके भाव 85/450 रुपए प्रति किलो के आसपास घूमते रहे है। इसका उत्पादन मुख्य रूप से गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश में होता है। पुराना स्टॉक भी काफी निकाल चुका है। इसी वजह से नये माल की आवक पर भी उपलब्धता कमजोर रहने के कारण इसकी कीमतों में तेजी बनी हुई है। गत वर्ष लोकल चालानी मांग घटने के साथ-साथ कुछ विदेशों जैसे बांग्लादेश, रसिया, चीन आदि देशों में अशांति होने से माल की खरीद अधिक मात्रा में नहीं हो पा रही थी। जो इस बार निर्यात अनुकूल है।