हाजिर बाजारों में बिक्री उम्मीद से कमजोर बनी होने के कारण बड़ी इलायची में हाल ही में मंदी आने के बाद थोड़ी तेजी आई है। आगामी दिनों में यदि बिक्री का समर्थन नहीं मिला तो बड़ी इलायची में तेजी के आसार नहीं बनेंगे। नीलामियों में बड़ी इलायची की आवक सामान्य से काफी कम हो रही है। इसके बाद भी इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में हाल ही में थोड़ी मंदी भी आई है। इतना ही हाजिर बाजारों में हाल ही में बिक्री उम्मीद से कमजोर बनी हुई है। इसकी वजह से इसकी थोक कीमत भी मंदी आने के बाद थोड़ा सुधार हुआ है। हालांकि इससे पूर्व हुई भारी वर्षा के कारण असम के अनेक क्षेत्र भारी बाढ़ की चपेट में आए हुए थे। मेघालय समेत पूर्वोत्तर के कई अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी ही स्थितियां बनी थीं। बहरहाल, स्थानीय थोक किराना बाजार में बड़ी इलायची कैंचीकट हाल ही में 20-30 रुपए तेज होकर फिलहाल 1650-1660 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें 50-60 रुपए की मंदी आई थी। इसका प्रमुख कारण यह है कि फिलहाल इसकी आवक काफी कम हो रही है। बहरहाल, हाल ही में खत्म हुए सीजन के दौरान पहली फसल की तरह ही दूसरी फसल भी सामान्य से काफी कमजोर आई थी। इसकी वजह यह है कि इस सीजन में फसल के विकास के समय मौसम प्रतिकूल बना रहा था। चालू सीजन के दौरान मौसम प्रतिकूल बना होने के कारण बड़ी इलायची की फसल को 60-70 प्रतिशत नुकसान होने की आशंकाएं जताई गई थी। बड़ी इलायची की फसल के विकास के समय प्रमुख उत्पादक राज्यों में इस बार तापमान सामान्य से ऊंचा रहा था। यही वजह है कि इस बार बड़ी इलायची की पहली फसल को 70 प्रतिशत तक की भारी हानि होने की आशंका जताई जा रही है। दूसरी फसल भी कमजोर ही आने का अनुमान है। इसके परिणामस्वरूप घरेलू स्तर पर बड़ी इलायची की उपलब्धता सामान्य से काफी कमजोर बनी हुई है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में अभी भी मौसम फसल की दृष्टिï से अनुकूल नहीं होने की सूचनाएं आ रही हैं। 3 अपै्रल को हुई अभी तक की नीलामी में बड़ी इलायची की औसत नीलामी कीमत थोड़ी मंदी होकर 1375/1767 रुपए प्रति किलोग्राम रह जाने की सूचना मिली। भारत की तरह ही नेपाल में भी बड़ी इलायची की फसल को भारी नुकसान हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नेपाल में इन दिनों बड़ी इलायची की 500 से 1000 कट्टïों की आवक हो रही है।