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17-05-2025

हैकरों ने दिया झटका कॉइनबेस को लगा बड़ा फटका

  •  क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस पर हुए साइबर हमले के कारण उसे 40 करोड़ डॉलर तक का नुकसान हुआ है। कंपनी के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हुए साइबर अटैक के कारण कॉइनबेस के कस्टमर बेस में बड़ी सेंध लगी है। कंपनी ने कहा है कि 2 करोड़ डॉलर की फिरौती देने के बजाय हम इन डिजिटल असैट्स को रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि साइबरअटैक में किसी कस्टमर को पैसे का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के साथ एक फाइलिंग में कॉइनबेस ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इस घटना में कंपनी को सिक्यॉरिटी बढ़ाने और कस्टमर को अपनी ओर से मुआवजा देने पर 18 करोड़ से 40 करोड़ डॉलर तक का खर्च आएगा। एआई प्रॉफिट ऑडिट एक्सपर्ट कंसल्टिंग फर्म अरबोएआई के पार्टनर डेविड एकोस्टा ने कहा कि साइबर अटैक के बाद कॉइनबेस के सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग के एक्शन को पावर मूव और ट्रांसपेरेंट कहा है। हैकरों को फिरौती देकर कंपनी शॉर्टटर्म में पटरी पर लौट सकती थी लेकिन आर्मस्ट्रॉन्ग ने कस्टमर सिक्यॉरिटी को प्राथमिकता दी है। ऐसे हमलों से कंपनी पर कस्टमर का भरोसा खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो इंडस्ट्री की साख पर पिछले दशक में कई बार बट्टा लगा है।  हैकरों ने 11 मई को एक ईमेल के जरिए कंपनी को साइबर अटैक की जानकारी दी थी।  कॉइनबेस ने कहा कि हालांकि हैकर कस्टमर के नाम, पते और ई-मेल सहित कुछ जानकारियां हैक करने में कामयाब रहे लेकिन पासवर्ड आदि तक नहीं पहुंच पाए।  हैकर्स ने यह डेटा अमेरिका के बाहर काम करने वाले कुछ कॉन्ट्रेक्टर और कर्मचारियों के यहां से चुराया था। रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका का मार्केट रेगुलेटर एसईसी कस्टमर डेटा और बैंकिंग सीक्रेट कानून के उल्लंघन के मामले की जांच कर रहा है। कॉइनबेस जल्दी ही एस एंड पी 500 इंडेक्स में शामिल होने वाली थी जिसे क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री के लिए बड़ा माइलस्टोन माना जा रहा है।  फरवरी में बायबिट में भी हैकरों ने 1.5 बिलियन डॉलर के डिजिटल टोकन चुरा लिए थे। चेनेलिसिस की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 में क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म की हैकिंग से $2.2 बिलियन डॉलर के डिजिटल टोकन हैकरों के हाथ पड़ गए थे। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) सबसे बड़े अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस के 10 करोड़ यूजर होने के दावे की भी जांच कर रहा है। कॉइनबेस ने अपने मार्केटिंग मैटीरियल और 2021 में अपने आईपीओ डॉक्यूमेंट्स में 10 करोड़ वेरिफाइड यूजर होने का दावा किया था लेकिन बाद में इस दावे की चर्चा बंद कर दी थी।

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हैकरों ने दिया झटका कॉइनबेस को लगा बड़ा फटका

 क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस पर हुए साइबर हमले के कारण उसे 40 करोड़ डॉलर तक का नुकसान हुआ है। कंपनी के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हुए साइबर अटैक के कारण कॉइनबेस के कस्टमर बेस में बड़ी सेंध लगी है। कंपनी ने कहा है कि 2 करोड़ डॉलर की फिरौती देने के बजाय हम इन डिजिटल असैट्स को रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि साइबरअटैक में किसी कस्टमर को पैसे का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के साथ एक फाइलिंग में कॉइनबेस ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इस घटना में कंपनी को सिक्यॉरिटी बढ़ाने और कस्टमर को अपनी ओर से मुआवजा देने पर 18 करोड़ से 40 करोड़ डॉलर तक का खर्च आएगा। एआई प्रॉफिट ऑडिट एक्सपर्ट कंसल्टिंग फर्म अरबोएआई के पार्टनर डेविड एकोस्टा ने कहा कि साइबर अटैक के बाद कॉइनबेस के सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग के एक्शन को पावर मूव और ट्रांसपेरेंट कहा है। हैकरों को फिरौती देकर कंपनी शॉर्टटर्म में पटरी पर लौट सकती थी लेकिन आर्मस्ट्रॉन्ग ने कस्टमर सिक्यॉरिटी को प्राथमिकता दी है। ऐसे हमलों से कंपनी पर कस्टमर का भरोसा खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो इंडस्ट्री की साख पर पिछले दशक में कई बार बट्टा लगा है।  हैकरों ने 11 मई को एक ईमेल के जरिए कंपनी को साइबर अटैक की जानकारी दी थी।  कॉइनबेस ने कहा कि हालांकि हैकर कस्टमर के नाम, पते और ई-मेल सहित कुछ जानकारियां हैक करने में कामयाब रहे लेकिन पासवर्ड आदि तक नहीं पहुंच पाए।  हैकर्स ने यह डेटा अमेरिका के बाहर काम करने वाले कुछ कॉन्ट्रेक्टर और कर्मचारियों के यहां से चुराया था। रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका का मार्केट रेगुलेटर एसईसी कस्टमर डेटा और बैंकिंग सीक्रेट कानून के उल्लंघन के मामले की जांच कर रहा है। कॉइनबेस जल्दी ही एस एंड पी 500 इंडेक्स में शामिल होने वाली थी जिसे क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री के लिए बड़ा माइलस्टोन माना जा रहा है।  फरवरी में बायबिट में भी हैकरों ने 1.5 बिलियन डॉलर के डिजिटल टोकन चुरा लिए थे। चेनेलिसिस की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 में क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म की हैकिंग से $2.2 बिलियन डॉलर के डिजिटल टोकन हैकरों के हाथ पड़ गए थे। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) सबसे बड़े अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस के 10 करोड़ यूजर होने के दावे की भी जांच कर रहा है। कॉइनबेस ने अपने मार्केटिंग मैटीरियल और 2021 में अपने आईपीओ डॉक्यूमेंट्स में 10 करोड़ वेरिफाइड यूजर होने का दावा किया था लेकिन बाद में इस दावे की चर्चा बंद कर दी थी।


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