डायबिटिक्स की आंखों पर डॉक्टरों की बहुत नजर रहती है। कहते हैं डायबिटीज का असर किडनी आदि शरीर के अंदरूणी अंगों पर पड़ता है तो इसका अक्स सबसे पहले आंखों में नजर आता है। इसी को आगे बढ़ाते हुए चीन के रिसर्चर ने डायबिटिक्स की आंखों की रेटिना की तस्वीरों का एआई एनेलिसिस कर किडनी पर होने वाले असर को पहले से भांप लेने की विधि तैयार करने का दावा किया है। रिसर्चरों का मानना है कि इससे समय रहते बीमारी का अंदाजा लगाया जा सकता है और फिर डायग्नोस्टिक टेस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की जा सकती है। डीपडीकेडी नाम की इस एआई इनेबल्ड विधि से बेहतर तरीके से बीमारी को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। रिसर्चरों का कहना है कि हालांकि डायबिटीज के कारण किडनी पर असर के मामले केवल 40 परसेंट मरीजों में ही होते हैं लेकिन ब्लड और यूरिन टेस्ट से इसका पता लगा पाना फूलप्रूफ नहीं है। ऐसे में रेटिना इमेजिंग से किडनी को हुए नुकसान के पहले से ही संकेत मिल जाते हैं। इस प्रॉसेस को डवलप करने के लिए चीन के रिसर्चरों ने चीन, सिंगापुर, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के 65,406 रोगियों की 734,084 रेटिना तस्वीरों का उपयोग किया। रिपोर्ट में कहा गया है डिजिटल रेटिना फंडस फोटोग्राफी बहुत आसानी से उपलब्ध और आने वाले सालों में यह सस्ते मोबाइल फोन फंडस कैमरा से और भी आसान हो जाएगी। चीन में करीब 10 परसेंट आबादी यानी करीब 14.8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीडि़त हैं।