सरकार द्वारा कर प्रणाली का सरलीकरण किया गया है। आयकर विभाग का प्रयास आमजन में स्वेच्छा से कर अदा करने की भावना को बढावा देना है। आयकर के माध्यम से प्राप्त होने वाली राजस्व की राशि का उपयोग सरकार द्वारा राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में किया जाता है। अत: करदाता ही देश की प्रगति का वास्तविक सहयोगकर्ता है। उपरोक्त विचार आयकर निरीक्षक राजीव कुमार ने यूसीसीआई में व्यक्त किये। आयकर निदेशालय (इंटेलिजेंस एवं क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन) के निर्देशानुसार उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के यूसीसीआई भवन में करदाताओं के लिए एक टैक्सपेयर अवेयरनेस सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में ई-वेरिफिकेशन स्कीम 2021, अपडेटेड आई.टी.आर., पैन वेरिफिकेशन, तथा कटौती दावों में प्रचलित त्रुटियाँ जैसे महत्वपूर्ण अनुपालन विषयों पर प्रतिभागियों को विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया। कार्यक्रम में सहायक निदेशक एल.एन. मीणा मुख्य अतिथि थे तथा आयकर अधिकारी अनिल भम्बानी विशिष्ट अतिथि थे। अध्यक्ष मनीष गलुण्डिया ने प्रतिभागियों एवं आयकर विभाग के अधिकारियों का स्वागत किया। मानद महासचिव आशीष छाबडा ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की। आयकर निरीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि कराधान व्यवस्था को सुगम बनाने का उद्देश्य विभागीय कार्यवाही में पारदर्शिता लाना है। विशिष्ट अतिथि अनिल भम्बानी ने जानकारी दी कि करदाताओं के सहयोग से ही आयकर विभाग सरकार द्वारा निर्धारित राजस्व संग्रहण के लक्ष्य को पूरा कर सकता है। प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों की आयकर से सम्बन्धित शंकाओं व जिज्ञासाओं का आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा समाधान किया गया। सहायक आयुक्त एल.एन. मीणा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।