राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट-2024 के उपरांत विभिन्न उद्यमियों एवं औद्योगिक ग्रुप्स द्वारा भी एनसीआर क्षेत्र में अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की मंशा जाहिर की गई है। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों की इस मांग को दृष्टिगत रखते हुए अविलंब भूमि आवंटन की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसके उपरांत बीडा द्वारा लगभग 209 हैक्टेयर भूमि रीको को उपलब्ध कराई जायेगी। इस भूमि आवंटन से एक ओर औद्योगिक प्रतिष्ठानों को शीघ्रता से भूमि उपलब्ध करायी जा सकेगी, वहीं दूसरी ओर बीडा को लगभग 110 करोड़ रूपये के राजस्व की प्राप्ति भी होगी। राज्य सरकार के इस कदम से राज्य में औद्योगिक माहौल विकसित करने और 350 करोड़ बिलियन की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी। अपैरल पार्क, जगतपुरा जयपुर में होगा औद्योगिक विकास: औद्योगिक विकास को गति देने और निवेशकों का विश्वास मजबूत करने के उद्देश्य से रीको और जयपुर विकास प्राधिकरण ने अपैरल पार्क, जगतपुरा से संबंधित लंबे समय से चल रही भूमि समस्या का सफलतापूर्वक समाधान कर लिया है। रीको द्वारा मुख्य महल रोड पर अपैरल पार्क की स्थापना वर्ष 2014 में लगभग 122 एकड़ पर की गई थी जिसमें टैक्सटाइल एवं अपैरल उत्पादों के लिये ही औद्योगिक भूमि का आवंटन किया गया था। खातेदारों द्वारा लंबे समय से उन्हें 25 प्रतिशत विकसित भूमि दिए जाने की मांग की जा रही थी। जेडीए के पास खातेदारों की मांग अनुसार विकसित भूमि दिए जाने हेतु पर्याप्त भूमि की अनुपलब्धता देखते हुए रीको से अतिरिक्त भूमि की मांग की गई थी। रीको ने एक एमओयू जेडीए के साथ निष्पादित कर मुख्य 160 फीट रोड पर 4.57 हैक्टेयर भूमि खातेदारों से विवाद का समाधान करने के उद्देश्य से जेडीए को हस्तांतरित करने का सैद्धांतिक निर्णय लिया है। जेडीए इस भूमि का उपयोग खातेदारों को दी जाने वाली विकसित वाणिज्यिक भूमि के रूप में कर सकेगा जिसके लिये जेडीए ने आवश्यक कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी है। गारमेंट एवं अपैरल सेक्टर में मुख्य नियोजन महिलाओं का होता है इसलिये यहां महिलाओं के लिये भी रोजगार के नए अवसर सृजित हो सकेंगें और ग्लोबल कैपेबिलिटी क्षेत्र, को-वर्किंग सेंटर, वाणिज्यिक परिसर, होटल आदि के निर्माण से पढ़े लिखे युवाओं को भी आने वाले समय में उनकी योग्यता के अनुरूप रोजगार के नए अवसर विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त हो सकेंगे।