देश के निर्यातकों को वैकल्पिक बाजार उपलब्ध करवाने का भारत सरकार पूर्ण प्रयास कर रही है। ब्रिटेन के साथ भारत ने व्यापार समझौता किया है। इसके तहत देश के निर्यातक अपने उत्पाद शून्य ड्यूटी टैरिफ पर ब्रिटेन में निर्यात कर सकेंगे। यह जानकारी वंृदा देसाई ने निर्यातकों को दी। फैडरेशन ऑफ इण्डियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाईजेशन (फियो) द्वारा डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी), उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (यूसीसीआई), कलडवास चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (केसीसीआई) के संयुक्त तत्वावधान में ‘भारत यूके आर्थिक एवं व्यावसायिक समझौते’ पर निर्यात प्रोत्साहन पर सेमिनार का आयोजन किया गया। फियो (उत्तरी क्षेत्र) के क्षेत्रीय अध्यक्ष अरविन्द गोयंका ने अपने स्वागत संबोधन में राजस्थान के निर्यात में राज्य के योगदान को रेखांकित किया। अपने स्वागत संबोधन में यूसीसीआई के अध्यक्ष मनीष गलुण्डिया ने केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल के साथ हुई बैठक के संदर्भ में बताया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में वृंदा मनोहर देसाई, एडिशनल डीजीएफटी ने राजस्थान के निर्यात प्रोफाइल पर प्रकाश डाला और कहा कि विदेशी व्यापार देश की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इण्डिया-यूके व्यापार समझौता देश की संसद के दोनों सदनों की मंजूरी के बाद 3-4 माह के भीतर लागू होने की संभावना हैं। उन्होंने बताया कि इस समझौते के तहत प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ पर निर्यात शुल्क 70 प्रतिशत से घटाकर शून्य प्रतिशत करने का प्रावधान है। उन्होंने 2025-26 से अगले 6 वर्षों के लिए निर्यात संवर्धन हेतु कुल 25,060 करोड़ रुपये के बजट का उल्लेख किया। फियो के डीडीजी आशिष जैन ने यूके-इण्डिया ट्रेड एग्रीमेन्ट के मुख्य प्रावधानों का स्लाईड-शो के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के समापन अवसर पर भूपिंदर सिंह ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।