केंद्रीय रेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अमेरिका की सिलिकॉन वैली में स्थित Y-combinator की तर्ज पर राजस्थान में भी इनक्यूबेशन, मेंटरशिप और फंडिंग के लिए नया प्लेटफॉर्म तैयार करने की जरूरत है और इसके लिए लघु उद्योग भारती के साथ भारत सरकार और राजस्थान सरकार मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती के जयपुर में बने आधुनिक कौशल केंद्र में भारत सरकार की ओर से इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा और जिसके माध्यम से 5 हजार युवाओं को इस क्षेत्र में स्किल्ड करने के साथ उनके बेहतर प्लेसमेंट के लिए भी प्रयास किये जायेंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव लघु उद्योग भारती के सोहन सिंह स्मृति कौशल विकास केंद्र पर आयोजित आइडियोथोन-2025 के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। वैष्णव ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साझा करते हुए बताया कि जो इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान विदेशों से मंगाया जाता था, वो अब देश में ही बन रहा है। आज सेमीकंडक्टर से लेकर कई तरह की काम्प्लेक्स मैन्युफेक्चरिंग हमारे यहां हो रही है। अब ये इंडस्ट्री साढ़े ग्यारह लाख करोड़ रुपये की बन चुकी है और इससे 25 लाख लोगों को सीधे रोजगार भी मिला हुआ है। वैष्णव ने कहा कि प्रदेश में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों के साथ अन्य प्रोजेक्ट्स पर 55 हजार करोड़ के वर्क एक साथ ऑपरेशनल मोड में हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हाल ही के जीएसटी रिफॉर्म से आम भारतीयों के जीवन को आसान बनाने का कार्य किया है। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री प्रकाशचंद्र ने कहा कि उत्कृष्टता की भूख ने भारतीय उद्यमियों को सर्वश्रेष्ठ उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश में लघु उद्योगों के बेहतर संचालन और गुणवत्तापरक उत्पादों के लिए जरूरी स्किल्ड फोर्स को तैयार करने की दिशा में संगठन कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये कार्य केवल सरकार के भरोसे छोडऩा उचित नहीं होगा। कार्यक्रम में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा तथा कौशल केंद्र के समन्वयक महेंद्र खुराना ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर आइडियोथोन-2025 में प्राप्त हुई 175 प्रविष्टियों में से जयपुर के तन्मय व्यास और चारू वैष्णव के स्टार्टअप को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस स्टार्टअप के आइडिया से प्रभावित होकर रेल मंत्री वैष्णव ने उनके प्रोटोटाइप के एक्सपेरिमेंट के लिए रेलवे के जनरल मैनेजर को मंच से ही निर्देशित किया। जिसमें एआई से ट्रेन की स्पीड को बेहतर और नियंत्रित किया जा सकता है। दूसरा पुरस्कार मुंबई की रीतिका को बेबी फिट स्टार्टअप एवं तीसरा पुरस्कार ग्यारहवीं कक्षा की स्टूडेंट्स को मूक बधिर लोगों के लिए बनाये साइनो प्रोडक्ट को प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्टोनमार्ट -2026 के ब्रोशर का विमोचन भी किया गया। जिसमें राष्ट्रीय सचिव नरेश पारीक एवं स्टोनमार्ट के संयोजक नटवरलाल अजमेरा भी उपस्थित रहे।