खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने विधानसभा में कहा कि सीकर जिले की खण्डेला तहसील में यूरेनियम खनन से सम्बंधित परियोजना के तहत कार्यकारी संस्था यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (UCIL) की ओर से लगभग 3 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना के माध्यम से 1 हजार 623 नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसमें लगभग 80 प्रतिशत स्थानीय लोग शामिल होंगे। गोदारा प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का खान एवं पेट्रोलियम मंत्री की तरफ से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सीकर जिले की तहसील खण्डेला में यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (UCIL), Atomic Minerals Directorate for E&ploration and Research (AMD) एवं Department of Atomic Energy (DAE) केंद्र सरकार द्वारा खनिज यूरेनियम की विस्तृत खोज (E&ploratory Mining) का कार्य करवाया जा रहा है। जिसमें मौके पर DECLINE व उससे संबंधित कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि तीनों ही संस्थाओं द्वारा देश में अन्य स्थानों पर संबंधित क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि खण्डेला में भी जनहित को ध्यान में रखकर हरसंभव विकास किया जाएगा। इससे पहले विधायक सुभाष मील के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने कहा कि विधान सभा क्षेत्र खण्डेला की ग्राम पंचायत रोयल में खनिज यूरेनियम का खनन कार्य संचालित नहीं है। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा सीकर जिले की तहसील खण्डेला में UCIL के पक्ष में खनिज यूरेनियम एवं एसोसिएटेड मिनरल्स 1086.46 हैक्टेयर क्षेत्र के खनन पट्टा आवंटन हेतु मंशा पत्र (Letter of Intent) 23 जून, 2022 को जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि यूरेनियम बेहद महत्वपूर्ण मिनरल है। भारत वर्तमान में रेयर अर्थ मिनरल्स की भारी कमी का सामना कर रहा है। इस वजह से देश के ऑटोमोबाइल उद्योग को गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। रेयर अर्थ मिनरल्स का दुनिया में सबसे बड़ा सप्लायर चीन है।