जीएसटी दरों में की गई कटौती का फायदा उठाते हुए ग्राहकों ने त्योहारी मौसम में न सिर्फ अपने जमकर वाहन खरीदे बल्कि उन्होंने इस छूट का इस्तेमाल ऊंचे मॉडल और बेहतर ब्रांड की गाडिय़ां खरीदने में भी किया। एक अध्ययन रिपोर्ट में यह निष्कर्ष पेश किया गया है। बाजार अनुसंधान मंच ‘स्मिटेनपल्स एआई’ की तरफ से कराए गए इस अध्ययन से यह पता चलता है कि खरीदारों के लिए एसयूवी लोकप्रिय विकल्प बनी हुई है जबकि बुनियादी ढांचे की कमियों के बावजूद पर्यावरण के प्रति जागरूकता इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों के रुझान में तेजी से वृद्धि का कारण रही। ‘जीएसटी कटौती के बाद कार खरीद के व्यवहार’ पर किया गया यह अध्ययन अक्टूबर महीने में देश के बड़े, मझोले व छोटे शहरों में 5,000 से अधिक लोगों के बीच किया गया। अध्ययन में कहा गया, ‘‘जीएसटी कर में कटौती से वाहनों की मांग को रफ्तार मिली। हालांकि ग्राहकों ने कर कटौती से वाहनों की कीमतों में आई गिरावट का फायदा उठाने के बजाय कहीं ‘प्रीमियम’ वाहन खरीदने पर जोर दिया। करीब 79 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे जीएसटी बचत का इस्तेमाल उच्च मॉडल, बेहतर ब्रांड या प्रीमियम ऐड-ऑन खरीदने में कर रहे हैं।’’ इसके मुताबिक, 60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपने पसंदीदा वाहन ब्रांड के थोड़े ऊंचे संस्करण को खरीदने की मंशा जताई जबकि 46 प्रतिशत लोग पहले ही हैचबैक की जगह एसयूवी जैसे बड़े आकार वाली वाहन श्रेणी का रुख कर चुके थे। अध्ययन के अनुसार, त्योहारों के दौरान एसयूवी की बिक्री सबसे अधिक रही। वहीं पर्यावरणीय जागरूकता के कारण ईवी को लेकर भी दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। 67 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि बैटरी संबंधी चिंताओं और बैटरी बदलने पर आने वाली ऊंची लागत के बावजूद पारिस्थितिक लाभ ईवी के प्रति रुचि को बढ़ा रहे हैं। स्मिटेन पल्सएआई के सह-संस्थापक स्वागत सारंगी ने कहा, ‘‘जीएसटी दरों में कटौती ने कारों को किफायती बनाने से कहीं अधिक भूमिका निभाई है। इसने मध्यवर्गीय खरीदारों की आकांक्षाओं को एक नई उड़ान दी है।’’