43 वर्षीय सुमित्रा देवी की दुर्घटना में दुखद मृत्यु हो गई लेकिन वे चार लोगों को नया जीवन दे गई हैं। निम्स अस्पताल में विशेषज्ञों की टीम ने उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्य से बचाया नहीं जा सका। कठिन समय में उनके परिवार ने एक सहासिक निर्णय लिया और उनके अंगों को दान कर दिया। इससे चार लोगों को नया जीवन मिल सका। निम्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ.बलवीर सिंह तोमर ने अंगदान की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यों को प्रमोट करेंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। ट्रांसप्लांट टीम की सराहना की और कहा कि यह उनके समर्पण का नतीजा है। राज्य सरकार ने अंगदान को बढ़ावा देने के लिये एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। सरकार ने ग्रीन कार्पेट कॉरिडोर तैयार किया है, जिससे अंगदान की प्रक्रिया को और भी सुविधाजनक बनाया जा सके।