गत सप्ताह मगज तरबूज में चौतरफा प्रतिस्पर्धात्मक लिवाली से 70/75 रुपए प्रति किलो की ओर तेजी आ गई। इसके अलावा गोंद कतीरा, धनिया, बादाम गिरी, माल की शॉर्टेज में बढ़ गए। दूसरी ओर छोटी-बड़ी इलायची, जीरा में सटोरियों की बिकवाली चलने से पूरे सप्ताह बाजार दबे रहे। जीरे व हल्दी में सप्ताह के अंतिम दो दिनों में डिब्बा मजबूत होने से कुछ सुर्खी दर्ज की गई। अन्य में मिला-जुला रख रहा। आलोच्य सप्ताह मगज तरबूज की शॉर्टेज बनने तथा हलवाइयों की प्रतिस्पर्धात्मक लोकल व चालानी मांग बनी रहने से 70/75 रुपए और बढक़र 570/575 रुपए प्रति किलो का व्यापार हो गया। गौरतलब है कि पिछले दिनों बाजारों में खबर थी कि अभी आगे भी सूडान से आयात पर प्रतिबंध जारी ही रहने की उम्मीद है, क्योंकि अभी तक नोटिफिकेशन नहीं आया है। दूसरी ओर काजू महंगा होने से लगातार शादियों की वास्तविक खपत भी मगज तरबूज में बढ़ गई है। यही कारण है कि नीचे के भाव से 130/135 रुपए प्रति किलो की उल्लेखनीय तेजी अप्रैल के महीने में आ गई है। आगे की तेजी मंदी सरकार की आयात निर्यात-नीति पर निर्भर करेगी। इसके अलावा गोंद कतीरा भी सूडान से पिछले एक महीने से भारतीय बंदरगाहों पर कम उतरा है। दूसरी ओर भारतीय सीमाओं पर सख्ती होने से माल कम आ रहा है। उधर समुद्री मार्ग में भी युद्ध अभ्यास चलने से शिपमेंट केवल आवश्यक वस्तुओं के ही अधिक हो रहे हैं। इस वजह से गोंद कतीरा विदेशी 240 से बढक़र 350 रुपए प्रति किलो हो गया। इसके अलावा धनिया, राजस्थान व मध्य प्रदेश की मंडियों से आपूर्ति घटने से यहां 200 रुपए बढक़र बादामी 8600 रुपए एवं ईगल क्वालिटी 9200/9400 रुपए प्रति किलो कुंतल हो गया। इधर बादाम गिरी कैलिफोर्निया में बुकिंग 2.45 डॉलर प्रति पाउंड हो जाने से यहां भी आयातक घटाकर बढ़ाकर बोलने लगे। वहीं स्टॉकिस्टों की पकड़ मजबूत होने से 810/815 रुपए से बढक़र 835/840 रुपए प्रति किलो हो गई। बादाम साबुत में भी इसी अनुपात में तेजी दर्ज की गई। दूसरी ओर जीरा सप्ताह के पूर्वार्ध में सटोरियों की घबराहट पूर्ण बिकवाली से 8/10 रुपये घटकर यहां नीचे में 232/242 रुपए प्रति किलो बिक गया था, लेकिन सप्ताहांत में सटोरियों की पुन: लिवाली से चार-पांच रुपए सुधार कर 237/246 रुपए पर पहुंच गया। इसी अनुपात में बढिय़ा मालों में भी मजबूती लिए बाजार बंद हुए। हल्दी भी सप्ताह के पूर्वार्ध में 10 घटकर 145/150 रुपए प्रति किलो नीचे में रह गई थी, लेकिन सप्ताहांत में नीचे वाले भावों में बड़े स्टॉकिस्टों की पकड़ मजबूत होने से पुन: बढक़र 151/155 रुपए प्रति किलो हो गई। मांग बढऩे से गुड़-चीनी में तेजी जारी : ग्राहकी निकलने के कारण गत् सप्ताह के दौरान स्थानीय बाजार में चीनी के भाव 50 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गये। आवक कमजोर होने से गुड़ व खांडसारी के भाव 100/200 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गये। सरकार द्वारा मई माह के लिए खुली बिक्री हेतु 23.50 लाख टन का कोटा आवंटित किया गया, जो गत वर्ष की मई माह की तुलना में कम है। कोटा कम आने तथा उत्पादन कम कमजोर होने के कारण यूपी की मिलों द्वारा भाव बढ़ाकर सेल दिए जाने चीनी 25/50 रुपए बढक़र मिल डिलीवरी 4050/4175 रुपए तथा हाजिर में इसके भाव 4450/4500 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। हालांकि अंतर्राष्टï्रीय बाजार में सटोरिया लिवाली घटने से चीनी वायदा 514 डॉलर घटकर 489.70 डॉलर प्रति टन रह गये। आफ सीजन होने के कारण उत्तर प्रदेश की मंडियों आवक नगण्य रह जाने तथा मांग बढऩे से गुड़ के ंभाव 100/200 रुपए बढक़र पेड़ी 4200/4300 रुपए , ढैया के भाव 4400/4500 रुपए प्रति किवंटल हो गये। आपूर्ति कमजोर होने से खांडसारी के भाव 100 रुपए बढक़र 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। सीमित बिकवाली के कारण शक्कर के भाव 4700/4800 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे।