राइजिंग राजस्थान के एमओयू को धरातल पर उतारने एवं राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए रीको द्वारा चलाई जा रही प्रत्यक्ष आंवटन योजना के द्वितीय चरण में निवेशकों का भरपूर उत्साह देखने को मिल रहा है। इस योजना का प्रथम चरण मार्च 2025 में प्रारम्भ हुआ था, जिसमें निवेश्कों का अत्यधिक उत्साह देखने को मिला। अत्यधिक उत्साह को देखते हुए रीको द्वारा बोरानाड़ा औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों को सीधे भूखंड आवंटन योजना के तहत भूखंड आवंटन के लिये प्रस्ताव आमंत्रित किये गये है। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान एमओयू करने वाले निवेशकों व उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा प्रत्यक्ष भूखंड आवंटन की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की गई थी। इसके साथ ही उन्हें विभिन्न वित्तीय सहायता योजनाएं एवं अन्य सहूलियतें भी प्रदान की जा रही हैं, जिससे औद्योगिकीकरण को बल मिलेगा तथा रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। लघु उद्योग भारती के जोधपुर प्रान्त अध्यक्ष महावीर चौपड़ा ने कहा कि औद्योगिक भूखंडों के लिए इतनी अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होना निवेशकों का राज्य सरकार की नीतियों पर पूरा भरोसा दर्शाता है। रीको बोरानाडा के वरिष्ठ उपमहाप्रबधक विनीत गुप्ता ने बताया कि बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में प्रत्यक्ष भूखंड आवंटन के द्वितीय चरण में 55 भूखंडों पर 125 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें कुल 58.84 एकड भूमि आवंटन के लिये प्रस्तावित की गई। इनके माध्यम से रीको को 221.25 करोड़ रुपए की आय होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त कांकाणी औद्योगिक क्षेत्र में विसेन कंपनी ने 36000 वर्ग मीटर भूमि में 21.20 करोड़ रुपए का निवेश के लिये आवेदन किया है। इन सभी के माध्यम से लगभग 2500 से अधिक लोगो को रोजगार के नये अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि इससे नये उद्योगों की स्थापना में तेजी आएगी, जिससे प्रदेश की इकोनॉमी को सुदृढ़ आधार मिलेगा।