केरल में सौंठ के नए मालों की आवक सामान्य से नीची होने की वजह से इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में हाल ही में तेजी आई है। अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति सामान्य से कमजोर बनी होने के कारण निर्यात मांग मजबूत बनी हुई है। इसकी वजह से आगामी दिनों में हाजिर में सौंठ मजबूत ही बनी रहने की उम्मीद है। केरल में गर्मियां चालू हो गई हैं तथा निर्यातकों की भी सक्रियता बनी हुई है। यही वजह है कि राज्य की कोच्चि मंड़ी में सौंठ की थोक कीमत हाल ही में 15-25 रुपए तेज होकर फिलहाल क्वालिटीनुसार 240/260 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें 15-25 रुपए की मंदी आई थी। इधर उत्तर भारत में गर्मियां चालू हो गई है। इसलिए सौंठ का उठाव सुस्त बना हुआ है। बहरहाल, राजधानी दिल्ली स्थित थोक फल-सब्जी मंड़ी में बंगलौर से अदरक की आवक हो रही है। इसके बाद भी बिक्री कमजोर पडऩे से इसमें 3 रुपए की मंदी आई है। यहां इसकी कीमत फिलहाल 32-35 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है। हाल ही में इसमें 3-8 रुपए की मंदी आई थी। गौरतलब है कि बीते सीजन में अदरक की कीमत तेज होती हुई 200-225 रुपए के रिकॉर्डतोड़ स्तर पर जा पहुंची थी। कीमत उम्मीद से अधिक आकर्षक बनी होने के कारण किसानों ने अपनी अदरक की करीब सारी की सारी फसल बेच दी थी। आवक और उपलब्धता सामान्य से कमजोर होने के परिणामस्वरूप सौंठ बनाने के लिए अदरक मिल ही नहीं रही थी। यही वजह है कि उत्पादक राज्यों से अदरक और सौंठ की आवक तुलनात्मक से कमजोर ही बनी रही थी। इसके विपरीत इस बार देश में सौंठ क उत्पादन अच्छा हुआ है। उधर, केरल की कोच्चि मंड़ी में नई सौंठ की आवक का श्रीगणेश होने के बाद से लेकर अभी तक कभी भी पर्याप्त दबाव नहीं बना है। गौरतलब है कि अदरक में तेजी का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि नाइजीरिया में इस बार सौंठ का उत्पादन करीब 50 प्रतिशत लुढक़ने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। इधर, सौंठ सामान्य में हाल ही में 500 रुपए और मंदी होकर फिलहाल 22,500/23,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें एक हजार रुपए की गिरावट आई थी। इसके अलावा कालीमिर्च तथा सौंठ के निर्यातक और स्टॉकिस्ट भी कर्नाटक में स्टॉक करने में कूद गए हैं। हालांकि केरल में नई सौंठ की आवक छुटपुट आवक चल रही है लेकिन इसकी कीमत ऊंची बोली जा रही है। सिलीगुड़ी आदि से आवक नगण्य होने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। अत: आगामी दिनों में सौंठ मजबूत ही बनी रहने का अनुमान है।