अरबन इन्डिया में पुरुषों की किचन में एंट्री फ्रीक्वेंटली हो रही है। ऐसे में स्लीक गैजेट्स, हाई परफॉर्मेंस कुकवेयर की सेल्स भी उनके भरोसे ज्यादा होने लगी है। यह शिफ्ट केवल कल्चरल ही नहीं कमर्शियल एंगल भी रख रहा है। करीब 30 प्रतिशत ऑनलाइन बॉयर्स मेल हैं। धु्रव किचंस के सीईओ ने कहा है कि करीब पांच से छह वर्ष पूर्व यह संख्या काफी कम थी लेकिन अब 45 प्रतिशत ऑनलाइन ट्रेफिक मेल कन्ज्यूमर्स से आ रहा है। इसका कारण मुख्य रूप से हैल्थ कॉन्शियसनैस, फ्लेक्जीबल वर्क पैटर्न, सोशियल मीडिया पर अवेलेबल रेसीपीज, फूड को लेकर एक्सपेरीमेंट करने की रुचि है। वे नई रेसीपीज को इजी कुकवेयर के साथ बनाना और फे्रन्ड्स के साथ शेयर करना पसंद कर रहे हैं। कई प्रोफेशनल्स जॉब के कारण अकेले रहते हैं और वे भी इस लिस्ट में शामिल हैं। आजकल कुकवेयर शॉपिंग डिसीजन परिवारों में जॉइंटली किये जाने लगे हैं। पार्टनर्स प्रीमियम प्रोडक्ट्स की खरीद ड्यूरेबिलिटी और कन्वीनियंस के अनुसार कर रहे हैं। वंडरशैफ पर यह ट्रेंड काफी नजर आ रहा है। वंडरशैफ के सीईओ के अनुसार पांच-छह वर्ष पूर्व की तुलना में पुरुष बायर्स की संख्या बढ़ी है। हालांकि महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा है लेकिन यह गैप अब कम हो रहा है। बिजी लाइफस्टाइल के बावजूद अब पुरुष इस बात पर ध्यान देते हैं कि वे क्या खा रहे हैं। कम ऑइल वाला, लैस प्रोसेस्ड फूड, हाई न्यूट्रीशन डाइट पर फोकस बढ़ रहा है। साथ ही जिस कुकवेयर में खाना पके वह भी सेफ हो। ट्राई स्टैनलैस स्टील प्रोडक्ट्स का उपयोग बढ़ रहा है। एम्बर कुकवेयर के सीईओ के अनुसार अकेले रहने वाले मेल्स नॉन टॉक्सिक कुकवेयर खरीद रहे हैं। डेली इनका उपयोग न भी हो लेकिन सप्ताह में दो-तीन बार उपयोग हो जाये, इसके लिये प्रीमियम सैट लिये जाते हैं। 70 प्रतिशत मेल कुकवेयर का उपयोग सप्ताह में कम से कम एक बार तो करते ही हैं। यह भी देखने वाली बात है कि वे हाई वैल्यू का प्रोडक्ट लेते हैं, एवरेज ऑर्डर वैल्यू सामान्य से करीब 12 प्रतिशत अधिक होती है। इंडस्ट्री के जानकारों के अनुसार मेल बायर्स मल्टी-फंक्शनल डिवाइसेज और ड्यूरेबल टूल्स खरीदते हैं- किचन रोबोट्स जो चॉप, स्टिर, स्टीम और कुक कर सके।