टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने देश में बढ़ते कंजंप्शन से ट्रैवल क्षेत्र की वृद्धि को बढ़ावा मिलने का भरोसा जताते हुए कहा कि भविष्य बहुत मजबूत और उज्जवल दिखता है। चंद्रशेखरन ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) की एजीएम को संबोधित करते हुए यह बात कही। देश की हॉस्पीटेलिटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी आईएचसीएल के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा कि हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक 700 होटल की कुल ग्लोबल पे्रजेंस हासिल करना और रेवेन्यू को दोगुना करके 15,000 करोड़ रुपये के आगे ले जाना है। चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत में सेवा क्षेत्र लगभग आठ प्रतिशत से थोड़ा अधिक की दर से बढ़ रहा है, विदेशी नागरिकों द्वारा भारत की यात्रा भी सालाना आधार पर बढ़ रही है और धीरे-धीरे यह एक करोड़ के करीब पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य बहुत मजबूत और उज्ज्वल दिख रहा है क्योंकि भारत में खपत बढ़ती जा रही है और यात्राएं भी बढ़ती रहेंगी। वित्त वर्ष 2024-25 में आईएचसीएल ने 74 नए होटल से जुड़े समझौते किए और 26 नए होटल खोले। इसके साथ ही कंपनी के कुल होटल की संख्या 380 हो चुकी है। उन्होंने कहा कि गत वित्त वर्ष में कंपनी का एकल आधार पर कुल रेवेन्यू 5,145 करोड़ रुपये रहा जबकि शुद्ध लाभ 1,430 करोड़ रुपये था। एकीकृत आधार पर हमारा रेवेन्यू लगभग 8,565 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 1,908 करोड़ रुपये रहा।