टीयर टू, थ्री, फोर सिटीज अब कन्ज्यूमर ब्राण्ड्स और ई-कॉमर्स कम्पनियों के लिये गेमचेंजर मार्केट्स बन रहे हैं। तभी तो जुलाई-सितम्बर और फिर अक्टूबर-दिसम्बर फेस्टिव पीरियड के लिये इन पर दाव लगाने के लिये मार्केटिंग स्ट्रेटजी बनाई जाने लगी है। रक्षाबंधन से देश में फेस्टीवल सीजन की शुरूआत मानी जाती है। ऐसे में कम्पनियां अपनी स्तर पर योजनाएं बनाने लगी है और इसमें स्मॉल सिटीज का रोल अहम माना जा रहा है। यहां के कस्टमर्स जिस तरह से स्पेंड करने लगे हैं, उससे यह लाजमी भी है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉम्र्स अमेजॉन, मीशो और फ्लिपकार्ट नॉन मैट्रो सिटीज के लिये नये डिलीवरी स्टेशंस एड कर रहे हैं। लाइफस्टाइल, ब्यूटी एंड फैशन कम्पनियां जैसे टाईटन, नायका, स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक कम्पनियों का फोकस इन शहरों पर बढ़ रहा है। ब्यूटी एंड फैशन प्लेटफॉर्म नायका रीजनल कंटेंट क्रिएटर्स के साथ डीप पार्टनरशिप्स क्रिएट कर रही है। लोकल मीडिया, ओटीटी प्लेटफॉम्र्स के साथ स्मॉल सिटीज में पहुंच को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। समय कंटेंट क्रिएटर्स, इन्फ्लूएंसर मार्केटिंग का है तो इसके तहत ही स्ट्रेटजी प्लान की जा रही है। नायका के पास नेचुरल्स, निक्ड और अर्थ रिद्म जैसे ब्राण्ड्स का स्वामित्व है। उनके सूत्रों के अनुसार सितम्बर-अक्टूबर अवधि में पचास प्रतिशत तक के डिस्काउंट्स रन करने की योजना है। उसे अधिकांश रेवेन्यू टीयर वन सिटीज से प्राप्त होता है। अरबन मार्केट्स में स्लोडाउन जैसी स्थित बन रही है और इसलिये यह उनके लिये चिंता का विषय है। गत करीब एक वर्ष में डिस्क्रीटरी प्रोडक्ट्स की सेल्स ग्रोथ चार से पांच प्रतिशत कम हुई है। जबकि पूर्व में यह नौ से दस प्रतिशत थी। कारण यही है कि कन्ज्यूमर्स ने इन्फ्लेशन पे्रशर के कारण स्पेंडिंग को सीमित किया है। देश के टॉप शहरों की स्थिति ऐसी है। ऐसे में चालू वर्ष की दूसरी छमाही में कम्पनियों की उम्मीदें टीयर टू, थ्री और फोर शहरों से लगी हैं। मीशो मॉल जो कि ब्राण्डेड प्रोडक्ट्स पर फोकस करता है, ने एचयूएल, प्रॉक्टर एंड गैम्बल, टाटा कन्ज्यूमर प्रोडक्ट्स, हिमालया आदि के साथ पार्टनरशिप की है ताकि मदुरै, जोधपुर को टैप किया जा सके। देहरादून, पुरी, मुदरै और सूरत के कन्ज्यूमर्स ऑनलाइन प्लेटफॉम्र्स पर तेजी से बढ़ रहे हैं। डेली प्रोडक्ट्स कैटेगरीज जैसे ग्रीन टी, स्किनकेयर, हाईजीन प्रोडक्ट्स पर टर्नआउट ज्यादा बढ़ रहा है। अमेजॉन इन्डिया के अनुसार वे पंचकुला, मोहाली और हावड़ा में 30 नये सेंटर्स सैट कर रहे हैं ताकि एपेरल्स, ज्वैलरी, वॉचेज और इलेक्ट्रॉनिक्स की फे्रश डिमांड क्रिएट कर सकें। गौरतलब है कि लोकेलाइज्ड मार्केटिंग, इन स्टोर प्रमोशंस पर फोकस बढ़ाने की योजना है, ताकि सीजन का पूरा लाभ लिया जा सके। बड़े शहरों के कस्टमर्स की बेरुखी का खामियाजा स्मॉल सिटीज से पूरा करने की कवायत चल रही है।