कोविड के बाद सैकंड हैंड स्मार्टफोन मार्केट ने स्पीड पकड़ी थी। गत तीन वर्षों से ऑर्गेनाइज्ड सैकंड हैंड स्मार्टफोन मार्केट डबल डिजिट में ग्रो कर रहा था। वर्ष 2025 में पहली बार शॉर्ट सप्लाई के कारण रीफर्बिश्ड मोबाइल मार्केट प्रभावित हो रहा है। 2025 के जनवरी-मार्च क्वार्टर में सैकंड हैंड स्मार्टफोन सेल्स वॉल्यूम छह प्रतिशत कम रहा है। मार्केट रिसर्च फर्म सीसीएस इनसाइट्स के अनुसार यह डेटा शेयर किया गया है, जो कि गत वर्ष की समान अवधि से गिरावट प्रदर्शित कर रहा है। यह भी देखा गया है कि ऑनलाइन से ऑफलाइन शिफ्टिंग भी दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार करीब 85 प्रतिशत रीफर्बिश्ड मार्केट असंगठित है। इसमें मॉम एंड पॉप स्टोर्स, पीयर टू पीयर एक्सचेंज, गे्र मार्केट इम्पोर्ट आदि शामिल है। 2024 की पहली तिमाही में वॉल्यूम में 1.4 मिलियन से 1.3 मिलियन पहुंच गया। अब स्थिति इससे भी ज्यादा खराब रहने की सम्भावना है। सैकंड हैंड स्मार्टफोन की सेल्स पांच से सात प्रतिशत कम रहने की उम्मीद है। गत वर्ष ऑर्गेनाइज्ड प्लेयर्स ने करीब 5.7 मिलियन यूनिट्स की बिक्री की थी। वर्ष 2022 में 22 प्रतिशत, 2023 में 16 प्रतिशत बढ़ी थी। इंडियन स्मार्टफोन मार्केट की बात करें तो ऑनलाइन सेंट्रिक ब्राण्ड्स से ऑफलाइन रिटेल पर शिफ्टिंग देखने को मिल रही है। ऑफलाइन एवरेज सेलिंग प्राइस(एएसपी)करीब 196 डॉलर है जबकि प्रीमियम सेगमेंट में फिजिकल रिटेल में परेशानी महसूस कर रहा है। कैनेलिस एनेलिस्ट के अनुसार यह कहा गया है। उनके अनुसार ऑनलाइन सप्लाई पर प्रभाव पड़ रहा है। मार्केट ट्रेकर्स के अनुसार मई-जुलाई अवधि में ऑनलाइन सेल्स डाउन जा सकती है। इसका कारण सप्लाई चेन रहेगी।