कोटा-बूंदी क्षेत्र के गेहूं खरीद केंद्रों पर बारदाने की कमी से किसानों को उपज बेचने में आ रही दिक्कतों के समाधान को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चेयरमैन को तत्काल निदान के निर्देश दिए हैं। किसान प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर बिरला को अवगत कराया कि खरीद केंद्रों पर बारदाने की कमी के कारण तुलाई में समय अधिक लग रहा है, इसके चलते किसान अपनी फसल को कम दाम पर ही बेचने को मजबूर हो जाते हैं। स्पीकर बिरला के निर्देश के बाद एफसीआई ने अगले कुछ दिनों में कोटा-बून्दी के लिए 20 लाख जूट के बारदानों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया। इसके अतिरिक्त, त्वरित राहत के रूप में कोटपूतली, कोलकाता और कानपुर से प्लास्टिक के बारदाने (बोरी) कोटा-बूंदी भेजे जाएंगे। एफसीआई राजस्थान के महाप्रबंधक सौरभ चौरसिया ने जानकारी दी कि अगले कुछ दिनों में क्षेत्र को रोजाना 400 वेल्स (2 लाख बोरियों) की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे खरीद कार्य प्रभावित नहीं होगा। कोटा में अब तक 1.18 लाख मीट्रिक टन तथा बूंदी में 1.20 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है और यह प्रक्रिया सतत जारी है।