राजस्थान स्टेट गैस के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह ने बताया कि राजस्थान गैस का वार्षिक कारोबार 100 करोड़ को पार कर गया हैं। कोटा में 50 हजार से अधिक घरों के लिए आधारभूत सुविधा विकसित कर दी है। उन्होंने बताया कि वाहनों के लिए सीएनजी, घरेलु उपभोक्ताओं के लिए डीपीएनजी सेवाएं, औद्योगिक प्रतिष्ठानों और व्यावसायिक संस्थाओं को प्राकृतिक गैस सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह महालेखाकार ऑडिट द्वितीय रामावतार शर्मा के नेतृत्व में ऑडिट टीम से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर रामावतार शर्मा ने कहा है कि बेहतर कार्य परिणामों के साथ ही सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं को सामाजिक सरोकारों से भी जुडऩा होगा। उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचे से विकसित क्षेत्रों के नागरिकों को हरित उर्जा को बढ़ावा देने के लिए आगे आकर सीएनजी, डीपीएनजी जैसी सुविधाओं से जुडऩा होगा। उन्होंने सीएनजी संस्थाओं को भी आधारभूत ढांचा विकसित करने के काम में तेजी लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। शर्मा के नेतृत्व में दल के सदस्यों ने राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम राजस्थान स्टेट गैस लि. की कार्यप्रणाली को समझा और आरएसजीएल की कार्यप्रणाली और वित्तीय अनुशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऑडिट प्रक्रिया कार्यप्रणाली में सुधार और परिणामों को और अधिक बेहतर लाने में सहायक होती है। रणवीर सिंह ने बताया कि नीमराना में एलएनजी पंप स्टेशन की स्थापना राजस्थान के और आरएसजीएल की बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने बताया कि तकनीक का उपयोग करते हुए पेपरलेस सेवाएं उपलब्ध कराने से कार्य में पारदर्शिता और उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ा है। चर्चा के दौरान महालेखाकार कार्यालय से उपमहालेखाकार एएमजी प्रथम विनोद परिहार, वरिष्ठ ऑडिट अधिकारी अमित गोयल, सचिव महालेखाकार गौरव प्रजापत, राजस्थान गैस से उपमहाप्रबंधक विवेक रंजन, कंपनी सचिव विनिता सोनी, मीडिया प्रभारी श्री राजेन्द्र शर्मा ने भी हिस्सा लिया।