गत सप्ताह ग्राहकी कमजोर होने एवं सटोरियों की बिकवाली से जीरा, मगज तरबूज, बड़ी इलायची, राई, धनिया, किशमिश में मंदा आ गया। वहीं नीचे भाव में नीलामी केन्द्रों पर आवक घटने से छोटी इलायची 100 रुपए बढ़ गयी। माल कम आने से जायफल, बादामगिरी भी तेज बोली गयी। अन्य में कारोबारी सन्नाटा छाया रहा। आलोच्य सप्ताह जीरे में सटोरियों की लगातार बिकवाली का प्रेशर बना रहा। दूसरी ओर जम्मू-काश्मीर, हिमाचल, पजांब, राजस्थान, गुजरात सहित दक्षिण भारत में लगातार बरसात होने से वितरक मंडियों से जीरे का उठाव घट गया। इसके प्रभाव से यहां 2/3 रुपए घटकर बढिय़ा जीरा 228/230 रुपए प्रति किलो रह गया। नीचे वाले माल 204/206 रुपए रह गये। ऊंझा में महसाणा के साथ-साथ पूरे सौराष्ट्र में स्टॉकिस्टों की बिकवाली बनी हुई है, जिससे बाजार अभी और बढ़ सकता है। इसके अलावा धनिया भी ग्राहकी कमजोर होने से 1/2 रुपए घटकर बादामी 84/86 रुपए एवं ईगल 88/89 रुपए प्रति किलो रह गये। मगज तरबूज भी सूडान से तरबूज सीड के आयात पर प्रतिबंध के बावजूद सट्टïेबाजी के चलते 20 रुपए टूटकर 600 रुपए रह गया। बड़ी इलायची भी ग्वालियर में सटोरियों की बिकवाली से 30 रुपए घटकर 1450 रुपए वहां भाव रह गये। यहां भी ग्राहकी के अभाव में इसी अनुपात में गिरकर 1510 रुपए रह गयी। इधर राई, स्टॉक के माल निकलने से 2/3 रुपए घटकर 187/188 रुपए प्रति किलो रह गयी। मेवों में किशमिश चाईना के माल सस्ते भारतीय बंदरगाहों पर बिकने से यहां भी इंडियन ग्रीन एवं कंधारी में काफी मंदा आ गया। जो इंडियन हरी 400 रुपए ऊपर में बिकी थी उसके भाव 375/380 रुपए प्रति किलो रह गये। यहां 19000 रुपए से घटाकर 18000 रुपए प्रति 40 किलो थोक में भाव बोले गये। दूसरी ओर बादाम गिरी नीचे वाले भाव में आयातकों की बिकवाली कमजोर होने से 710 रुपए से बढक़र बादामगिरी कैलिफोर्निया 740 रुपए प्रति किलो हो गयी। गुरबंदी में भी इसी अनुपात में बढ़त दर्ज की गयी।
इसके अलावा गोला 20/25 रुपए बढक़र 360/405 रुपए प्रति किलो हो गया। इधर छोटी इलायची नीलामी केन्द्रों पर आवक घटने से वहां उक्त अवधि के अंतराल में 140/150 रुपए बढक़र ठहर गयी। यहां भी ग्राहकी कमजोर के बावजूद 100 रुपए बढक़र 6 एमएम वाली 2200 रुपए प्रति किलो हो गयी। जायफल भी एर्नाकुलम लाईन से माल कम आने एवं इंडोनेशिया व श्रीलंका में भाव बढऩे से यहां 15 रुपए बढक़र 690/695 रुपए प्रति किलो हो गया। अन्य में स्थिरता रही। मांग घटने से चीनी में गिरावट : गुड़-शक्कर में कारोबार कमजोर : ग्राहकी कमज़ोर होने से स्थानीय बाजार चीनी के भाव 30 रुपए प्रति कुंतल घट गए । उठाव कमजोर होने से गुड़ शक्कर में भी कारोबार कमजोर रहा । देश के अधिकांश राज्यों में भारी वर्षा व बाढ़ के कारण मांग कमजोर होने एवं मिलों की बिकवाली के कारण चीनी मिल डिलीवरी 3980/4035 से घटकर 3950/4035 तथा हाजिर में इसके भाव 4275/ 4350 से घटकर4250/4350रूपये प्रति कुंतल रह गई। मुंबई में मांग कमजोर होने चीनी की कीमतों मे 40/50 रूपये घटकर 4042/4092 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि सरकार द्वारा सितंबर माह के लिए खुली बिक्री के भाव 23.50 लाख टन का कोटा आवंटित किया गया है जो कि अगस्त माह की तुलना में एक लाख टन ज्यादा है, हालांकि यह गत वर्ष सितंबर माह की तुलना में के भाव बराबर है। त्यौहारी सीजन को देखते हुए चीनी की खपत बढऩे की संभावना है। ब्राजील में चीनी उत्पादन में कमी आने की आशंका एवं सटोरिया लिवाली घटने से लंदन सफेद चीनी वायदा अक्टूबर डिलवरी 481.20 से बढक़र 492.70 डॉलर प्रति टन हो गया। बरसाती मौसम के कारण मांग कमजोर होने से गुड पेड़ी के भाव 4700/4800 रुपए तथा शक्कर के भाव 4900/5000 रुपए कुंतल पर सुस्त रहे। जबकि आपूर्ति कमजोर होने से खंड सारी के भाव 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे।