फाइनेंशियल ईयर 2025 में पैन इंडिया अब्सॉर्प्शन में ग्लोबल कैपेसिटी सेंटर्स (जीसीसी) का शेयर करीब 42 प्रतिशत रहा, जो एक वर्ष पहले 41 प्रतिशत दर्ज किया गया था। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई। वेस्टियन की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैल्यू के संदर्भ में, इसी अवधि के दौरान जीसीसी अब्सॉर्प्शन में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 31.8 मिलियन वर्गफुट तक पहुंच गई। इसके अलावा, फॉर्च्यून 500 जीसीसी ने 13.5 मिलियन वर्गफुट ऑफिस स्पेस लीज पर दिया, जो वित्त वर्ष 2025 में जीसीसी द्वारा लीज पर दिए गए कुल क्षेत्र का 43 प्रतिशत है। लीज पर दिए गए क्षेत्र में गत वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे जीसीसी स्थापित करने वाले वैश्विक उद्यमों के लिए भारत की पसंदीदा जगह के रूप में स्थिति मजबूत हुई। गत कुछ वर्षों में, जीसीसी भारत के ऑफिस मार्केट के प्राइमर डवलपमेंट ड्राइवर्स रहे हैं। इस वृद्धि को लागत अनुकूलन रणनीतियों, स्किल्ड टैलेंट पूल, तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, अनुकूल सरकारी नीतियों, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और एक सहायक कारोबारी माहौल से बढ़ावा मिला है। वेस्टियन के सीईओ ने कहा कि जीसीसी भारत में ऑफिस मार्केट में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, जो कि गत दो वर्षों में दर्ज किए गए अब्सॉर्प्शन का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। आईटी-आईटीईएस, बीएफएसआई, हेल्थकेयर एंड लाइफ साइंसेज, इंजीनियरिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग और परामर्श सेवाओं जैसे विभिन्न उद्योगों से बड़े समूहों के विस्तार से इस हिस्सेदारी में अधिक वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत अपने स्किल्ड टैलेंट बेस, परिचालन मापनीयता और मजबूत इकोसिस्टम के माध्यम से एक आकर्षक मूल्य प्रस्ताव पेश करना जारी रखता है। वित्त वर्ष 2025 में 46 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ आईटी-आईटीईएस सेक्टर जीसीसी अब्सॉर्प्शन पर हावी रहा। दूसरी ओर, बीएफएसआई सेक्टर की हिस्सेदारी एक वर्ष पहले के 14 प्रतिशत से बढक़र 22 प्रतिशत हो गई। इसी तरह, हेल्थकेयर एंड लाइफ साइंसेज सेक्टर की हिस्सेदारी भी इसी अवधि के दौरान 5 प्रतिशत से बढक़र 8 प्रतिशत हो गई, जो जीसीसी लैंडस्केप में बढ़ते विविधीकरण को दर्शाता है। जीसीसी ने बेंगलुरु में वित्त वर्ष 2025 में शहर के कुल अब्सॉर्प्शन का 65 प्रतिशत हिस्सा लिया, जो शीर्ष सात शहरों में सबसे अधिक योगदान है।