साख निर्धारक एजेंसी इक्रा के अनुसार, वित्तवर्ष 2025-26 में घरेलू बिजली मांग वृद्धि 4-4.5 प्रतिशत के दायरे में रहने की उम्मीद है। इक्रा ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में देश की बिजली मांग 1,695 अरब यूनिट थी। इक्रा के उपाध्यक्ष और सह-समूह प्रमुख (कॉर्पोरेट रेटिंग) अंकित जैन ने कहा कि प्रतिकूल आधार और शुरुआती मानसून के कारण वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में एक प्रतिशत की धीमी वृद्धि के बाद इक्रा को दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे मौसम का मिजाज सामान्य हो रहा है और अंतर्निहित आर्थिक गतिविधि स्थिर बनी हुई है, हम पूरे साल की बिजली मांग में 4-4.5 प्रतिशत की स्वस्थ वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं।’’ आपूर्ति पक्ष पर, इक्रा ने कहा कि घरेलू बिजली संयंत्रों में कोयला भंडार का स्तर कम है लेकिन यह आरामदायक बना हुआ है। कोयले का भंडार 10 अक्टूबर, 2025 तक 14.7 दिनों की आवश्यकता के लिए पर्याप्त था, जो पिछले वर्षों की इसी अवधि के मुकाबले बेहतर है।