देश में बैंक जमा सुरक्षा बढ़ाने की मांग फिर से तेज हो गई है। वित्तीय विशेषज्ञ और नीति निर्माता डिपॉजिट इंश्योरेंस कवर को मौजूदा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करने की पैरवी कर रहे हैं। डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) वर्तमान में बैंकों में जमा खाताधारकों को 5 लाख तक की बीमा सुरक्ष देता है जो मार्च 2020 से पहले 1 लाख रुपये ही थी। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते बैंकिंग नेटवर्क और डिपॉजिट्स बढऩे के कारण 5 लाख का कवर पर्याप्त नहीं है। साथ ही को-ऑपरेटिव और स्मॉल बैंकों के क्राइसिस के बढ़ते मामलों को देखते हुए जमाकर्ताओं का सुरक्षा कवर बढ़ाने की आवश्यकता है। अमेरिका में डिपॉजिट कवर लगभग $2.5 लाख डॉलर (करीब 2 करोड़ रुपये) तक है। भारत में भी डिपॉजिट इंश्योरेंस को बढ़ाकर 10 लाख तक करने को उपयुक्त माना जा रहा है। हालांकि, कवर बढ़ाने से बीमा प्रीमियम में इजाफा हो सकता है और जोखिम भरे निवेश की संभावना भी बढ़ सकती है।