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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

05-07-2025

‘जामुन’ के अनगिनत फायदों के बारे में जान लें

  •   गर्मी का सीजन शुरू होते ही कई ऐसे फल बाजार में आ जाते हैं, जिन्हें खाने के फायदे अनगिनत होते है और शरीर को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं। इन्हीं में से एक है जामुन। जो दिखने में तो एक छोटा सा फल है, लेकिन ये स्वाद में जितना अनोखा है, उतना ही सेहत के लिए फायदेमंद भी है। बैंगनी रंग और तीखे-मीठे स्वाद के पीछे छुपे कई ऐसे गुण हैं, जो आपको हैरान कर सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं जामुन के उन फायदों के बारे में जो इसे प्रकृति का अनमोल तोहफा बनाते हैं। दरअसल, जामुन का वैज्ञानिक नाम ‘सिजीगियम क्यूमिनी’ है। जामुन भारत सहित दक्षिण एशिया में खूब पाया जाता है। गर्मियों में पैदा होने वाला जामुन स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। आमतौर पर इसको नमक के साथ खाया जाता है। बताया जाता है कि जामुन का फल 70 प्रतिशत खाने योग्य होता है। इसमें ग्लूकोज और फ्रक्टोज दो मुख्य स्रोत होते हैं। इसके अलावा, ये अन्य फलों की तुलना में कम कैलोरी प्रदान करता है। इतना ही नहीं, इस फल के बीज में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा भी काफी अधिक होती है और इसमें विटामिन बी, कैरोटिन, मैग्नीशियम और फाइबर भी पाया जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने भी ‘जामुन’ के गुणों का लोहा माना है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित (अक्टूबर, 2022) एक रिपोर्ट के अनुसार, जामुन को डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी चयापचय (मेटाबॉलिक) समस्याओं के इलाज में खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से जामुन मेटाबॉलिक सिंड्रोम नाम की स्थिति में भी फायदेमंद हो सकता है। शोध के मुताबिक, नतीजों से पता चला कि जामुन इन समस्याओं के लक्षणों और संकेतकों को बेहतर करने में मदद करता है। कई शोधों में ये भी देखा गया कि जामुन न सिर्फ मेटाबॉलिक सिंड्रोम बल्कि दूसरी बीमारियों में भी असरदार है। आज इसे लोक दवा के तौर पर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ढेर सारे क्लिनिकल अध्ययनों से साबित हुआ कि जामुन अपने एंटीऑक्सीडेंट, डायबिटीज विरोधी, सूजन कम करने वाले, कैंसर रोधी और कोलेस्ट्रॉल घटाने वाले गुणों की वजह से इन समस्याओं में राहत देता है। फिर भी, इसके इन खास गुणों और स्वास्थ्य लाभों के पीछे के सटीक तत्वों और उनके काम करने के तरीकों को समझने के लिए अभी और शोध की जरूरत है। जामुन का सेवन कई बीमारियों के लिए कारगर माना जाता है। कहते हैं कि गर्मियों के दिनों में जामुन के सेवन करने से लू नहीं लगती है और यह कैंसर की संभावना को कम करने में भी काफी मददगार साबित होता है।  सके अलावा, आयुर्वेद में जामुन को डायबिटीज के लिए फायदेमंद माना गया है। साथ ही, इसका सेवन खाने को पचाने, स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए लाभकारी और इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, जामुन के सेवन से दिल भी काफी स्वस्थ रहता है। जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाकर हृदय स्वास्थ्य में भी योगदान देते हैं। साथ ही, जामुन के बीज का पाउडर अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से लीवर के लिए कारगर माना जाता है। इसमें मौजूद आयरन की वजह से यह ब्लड को शुद्ध करने में मदद करता है। कुल मिलाकर फिलहाल आप इस सीजनल फल का खूब सेवन करें और इसके लाभ से लाभांवित हों।

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‘जामुन’ के अनगिनत फायदों के बारे में जान लें

  गर्मी का सीजन शुरू होते ही कई ऐसे फल बाजार में आ जाते हैं, जिन्हें खाने के फायदे अनगिनत होते है और शरीर को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं। इन्हीं में से एक है जामुन। जो दिखने में तो एक छोटा सा फल है, लेकिन ये स्वाद में जितना अनोखा है, उतना ही सेहत के लिए फायदेमंद भी है। बैंगनी रंग और तीखे-मीठे स्वाद के पीछे छुपे कई ऐसे गुण हैं, जो आपको हैरान कर सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं जामुन के उन फायदों के बारे में जो इसे प्रकृति का अनमोल तोहफा बनाते हैं। दरअसल, जामुन का वैज्ञानिक नाम ‘सिजीगियम क्यूमिनी’ है। जामुन भारत सहित दक्षिण एशिया में खूब पाया जाता है। गर्मियों में पैदा होने वाला जामुन स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। आमतौर पर इसको नमक के साथ खाया जाता है। बताया जाता है कि जामुन का फल 70 प्रतिशत खाने योग्य होता है। इसमें ग्लूकोज और फ्रक्टोज दो मुख्य स्रोत होते हैं। इसके अलावा, ये अन्य फलों की तुलना में कम कैलोरी प्रदान करता है। इतना ही नहीं, इस फल के बीज में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा भी काफी अधिक होती है और इसमें विटामिन बी, कैरोटिन, मैग्नीशियम और फाइबर भी पाया जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने भी ‘जामुन’ के गुणों का लोहा माना है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित (अक्टूबर, 2022) एक रिपोर्ट के अनुसार, जामुन को डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी चयापचय (मेटाबॉलिक) समस्याओं के इलाज में खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से जामुन मेटाबॉलिक सिंड्रोम नाम की स्थिति में भी फायदेमंद हो सकता है। शोध के मुताबिक, नतीजों से पता चला कि जामुन इन समस्याओं के लक्षणों और संकेतकों को बेहतर करने में मदद करता है। कई शोधों में ये भी देखा गया कि जामुन न सिर्फ मेटाबॉलिक सिंड्रोम बल्कि दूसरी बीमारियों में भी असरदार है। आज इसे लोक दवा के तौर पर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ढेर सारे क्लिनिकल अध्ययनों से साबित हुआ कि जामुन अपने एंटीऑक्सीडेंट, डायबिटीज विरोधी, सूजन कम करने वाले, कैंसर रोधी और कोलेस्ट्रॉल घटाने वाले गुणों की वजह से इन समस्याओं में राहत देता है। फिर भी, इसके इन खास गुणों और स्वास्थ्य लाभों के पीछे के सटीक तत्वों और उनके काम करने के तरीकों को समझने के लिए अभी और शोध की जरूरत है। जामुन का सेवन कई बीमारियों के लिए कारगर माना जाता है। कहते हैं कि गर्मियों के दिनों में जामुन के सेवन करने से लू नहीं लगती है और यह कैंसर की संभावना को कम करने में भी काफी मददगार साबित होता है।  सके अलावा, आयुर्वेद में जामुन को डायबिटीज के लिए फायदेमंद माना गया है। साथ ही, इसका सेवन खाने को पचाने, स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए लाभकारी और इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, जामुन के सेवन से दिल भी काफी स्वस्थ रहता है। जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाकर हृदय स्वास्थ्य में भी योगदान देते हैं। साथ ही, जामुन के बीज का पाउडर अपने एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से लीवर के लिए कारगर माना जाता है। इसमें मौजूद आयरन की वजह से यह ब्लड को शुद्ध करने में मदद करता है। कुल मिलाकर फिलहाल आप इस सीजनल फल का खूब सेवन करें और इसके लाभ से लाभांवित हों।


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