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12-07-2025

ऑफिशियली: टेस्ला इन इंडिया...

  •  कोई 8 साल के इंतजार के बाद टेस्ला भारत आ रही है। टेस्ला वाले एलन मस्क से भारत सरकार ने पहला कॉन्टेक्ट 2016 में किया था। टेस्ला अगले सप्ताह भारत में अपना पहला शोरूम मुंबई में खोल रही है। कंपनी ने कार और मर्चेंडाइज इंपोर्ट कर 1 मिलियन डॉलर (करीब 8.3 करोड़ रुपये) से शुरुआत की है। इस लॉन्च इवेंट के इनवाइट्स मीडिया को भेजे जा चुके हैं। टेस्ला ने कहा कि 15 जुलाई का यह इवेंट बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर के लॉन्च के माध्यम से भारत में टेस्ला की शुरुआत है। टेस्ला फिलहाल सीबीयू इंपोर्ट के जरिए भारत में शुरुआत कर रही है और इसे 70 परसेंट इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी पड़ेगी। चीन, अमेरिका और यूरोप जैसे अपने सबसे बड़े मार्केट्स में टेस्ला गिरती सेल्स से जूझ रही है और कंपनी को पॉलिटिकल बैकलैश (राजनीतिक विरोध) भी झेलना पड़ रहा है। कमर्शियल कस्टम रिकॉर्ड्स के अनुसार टेस्ला ने भारत में लगभग 1 मिलियन डॉलर मूल्य की वाहन, चार्जर और एक्सेसरीज का इंपोर्ट किया है। जिनमें टेस्ला की बेस्टसेलर मॉडल वाई की छह यूनिट्स शामिल हैं — जिनमें पांच की शिपमेंट वैल्यू 32,500 डॉलर प्रति कार और लॉन्ग रेंज वर्जन की कीमत 46,000 डॉलर बताई गई है। इसके अलावा कई सुपरचार्जर भी शामिल हैं। पिछले साल मस्क ने भारत का दौरा करने की योजना बनाई थी, जहां उनसे 2 से 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की उम्मीद थी, जिसमें स्थानीय ईवी निर्माण भी शामिल था। लेकिन उन्होंने अंतिम समय में यह यात्रा रद्द कर दी थी।

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ऑफिशियली: टेस्ला इन इंडिया...

 कोई 8 साल के इंतजार के बाद टेस्ला भारत आ रही है। टेस्ला वाले एलन मस्क से भारत सरकार ने पहला कॉन्टेक्ट 2016 में किया था। टेस्ला अगले सप्ताह भारत में अपना पहला शोरूम मुंबई में खोल रही है। कंपनी ने कार और मर्चेंडाइज इंपोर्ट कर 1 मिलियन डॉलर (करीब 8.3 करोड़ रुपये) से शुरुआत की है। इस लॉन्च इवेंट के इनवाइट्स मीडिया को भेजे जा चुके हैं। टेस्ला ने कहा कि 15 जुलाई का यह इवेंट बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर के लॉन्च के माध्यम से भारत में टेस्ला की शुरुआत है। टेस्ला फिलहाल सीबीयू इंपोर्ट के जरिए भारत में शुरुआत कर रही है और इसे 70 परसेंट इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी पड़ेगी। चीन, अमेरिका और यूरोप जैसे अपने सबसे बड़े मार्केट्स में टेस्ला गिरती सेल्स से जूझ रही है और कंपनी को पॉलिटिकल बैकलैश (राजनीतिक विरोध) भी झेलना पड़ रहा है। कमर्शियल कस्टम रिकॉर्ड्स के अनुसार टेस्ला ने भारत में लगभग 1 मिलियन डॉलर मूल्य की वाहन, चार्जर और एक्सेसरीज का इंपोर्ट किया है। जिनमें टेस्ला की बेस्टसेलर मॉडल वाई की छह यूनिट्स शामिल हैं — जिनमें पांच की शिपमेंट वैल्यू 32,500 डॉलर प्रति कार और लॉन्ग रेंज वर्जन की कीमत 46,000 डॉलर बताई गई है। इसके अलावा कई सुपरचार्जर भी शामिल हैं। पिछले साल मस्क ने भारत का दौरा करने की योजना बनाई थी, जहां उनसे 2 से 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की उम्मीद थी, जिसमें स्थानीय ईवी निर्माण भी शामिल था। लेकिन उन्होंने अंतिम समय में यह यात्रा रद्द कर दी थी।


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