राज्य के लेड जिंक, आयरन ओर, लाइमस्टोन, फ्लोराइट, कॉपर सहित मेजर मिनरल के 12 ब्लॉकों की ई-नीलामी की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। प्रमुख सचिव खान, भूविज्ञान एवं पेट्रोलियम टी. रविकान्त ने बताया कि 12 ब्लॉक्स में से आयरन ओर के एक और लाइमस्टोन के तीन ब्लॉक कुल 4 ब्लॉकों की माइनिंग लीज के लिए और 8 ब्लॉकों की कंपोजिट लाइसेंस के लिए भारत सरकार के एमएसटीसी पोर्टल के माध्यम से ई नीलामी की जा रही है। गत वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक 34 मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी कर राजस्थान समूचे देश में शीर्ष पर रहा हैं टी. रविकांत ने बताया कि वर्ष की पहली तिमाही में ही अब तक 8 मेजर मिनरल ब्लॉकों की सफल नीलामी की जा चुकी है। 2 जुलाई को एक ब्लॉक की नीलामी सहित 5 ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समय समय पर आयोजित बैठकों में माइनिंग सेक्टर में राजस्थान को समूचे देश में अग्रणी प्रदेश बनाने पर जोर देते रहे हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि जैसलमेर के खाबिया और खाबिया ईस्ट व जैसलमेर ही पारेवर के लाइमस्टोन ब्लॉक और कोटपूतली-बहरोड़ के बागावास के आयरन ओर के ब्लॉक का माइनिंग लीज के लिए ऑक्शन किया जा रहा है। जालौर के चटवाड़ा में खनिज फलोराइट, भीलवाड़ा के वेस्ट सामोदी में खनिज कॉपर-लेड-जिंक, बांसवाड़ा के गड़ारिया में खनिज मैंग्नींज, चौथ का बरवाड़ा सवाईमाधोपुर में खनिज लेड-जिंक, ब्यावर के शाहपुरा में खनिज कॉपर एसोसिएटेड गोल्ड, ब्यावर के ही कूर्तियान में खनिज कॉपर, भीलवाड़ा के कजलोढिय़ा सुल्तानगढ़ में खनिज आयरन ओर और राजसमन्द के मोजावतों का गुढ़ा में खनिज एमरेल्ड के ब्लॉक का कंपोजिट लाइसेंस के लिए ई-नीलामी की जाएगी। निदेशक माइन्स दीपक तंवर ने बताया कि मेजर मिनरल के इन 12 ब्लाकों की भारत सरकार के ई-पोर्टल एमएसटीसी के माध्यम से नीलामी के लिए 25 जून का निविदा सूचना जारी कर दी गई है। 10 जुलाई तक टेंडर डाक्यूमेंट प्राप्त किया जा सकता है। बिड प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई है। तंवर ने बताया कि इन 12 मेजर मिनरल ब्लॉकों व इनकी नीलामी से संबंधित आवश्यक जानकारी विभागीय वेबसाइट व भारत सरकार के एमएसटीसी ई-पोर्टल पर उपलब्ध है।