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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

07-04-2025

हल्दी, जीरा, राई, कालीमिर्च, लौंग, बादाम गिरी, गोला में तेजी छोटी-बड़ी इलायची, मगज तरबूज, किशमिश में नरमी

  •  गत सप्ताह सटोरिये एवं स्टॉकिस्टों की चौतरफा लिवाली चलने से हल्दी, जीरा, कालीमिर्च, लौंग एवं बादाम गिरी में तेजी का रूख बना रहा, राई भी शॉर्टेज में बढ़ गयी, वहीं छोटी-बड़ी इलायची में ग्राहकी का समर्थन नहीं मिलने से 25/50 रुपए प्रति किलो का मंदा आ गया। किशमिश में भी मुनाफावसूली बिकवाली से 300/400 रुपए प्रति 40 किलो निकल गये। मगज तरबूज में भी बाजार दबे रहे। अन्य किराना मेवों में मिलाजुला रूख रहा। आलोल्चय सप्ताह हल्दी के उत्पादन में भारी कमी की खबरें आने से ईरोड, वारांगल, दुग्गीराला, सांगली एवं निजामाबाद आदि मंडियों में स्टॉकिस्टों द्वारा माल रोक लिया गया, वहीं वायदा बाजार में सटोरिये भी प्रतिस्पर्धात्मक लिवाली में आ गये। फलत: वायदा एवं हाजिर में जबरदस्त उछाल आ गया। उधर निजामाबाद मंडी में जो हल्दी की आवक 24/25 हजार बोरी दैनिक हो गयी थी वह घटकर 8 हजार बोरी रह गयी। जिससे मिनी फली एवं मोटी फली में 18/20 रुपए प्रति किलो का उछाल आ गया। यहां हाजिर में भी जो एजइटीज ईरोड गठ्ठïा 140 रुपए प्रति किलो वर्ष 2023 का बिका था उसके भाव 158 रुपए बोलने लगे। चालू वर्ष की हल्दी 163 रुपए ऊपर में बिकने के बाद सप्ताहंत में प्रोफिटेकिंग चलने से 161/162 रुपए भाव रह गये। मिनी व सेलम फली में भी इसी अनुपात में अंतिम दिन सुस्ती दर्ज की गई, जबकि नये-पुराने माल की उपलब्धि कम होने से करेक्शन के बाद फिर मनोबल तेजी का बना हुआ है। इसके अलावा जीरा भी सटोरियों द्वारा जोधरपुर, बाडमेर, बीकानेर लाईन की फसल कम होने की हवा उड़ा दी गयी। वहीं डिब्बे में बड़े सटोरिये नीचे भाव की जीरा खरीद चुके थे जिससे बाजार को उठा दिया गया। फलत: यहां भी जो नीचे क्वालिटी का जीरा 216/222 रुपए बिका था उसके भाव 227/235 रुपए पर पहुंच गये। ऊपर वाले माल 280 रुपए तक बोले गये। राई भी हाजिर माल की कमी होने से 2 रुपए बढक़र 180/182 रुपए प्रति किलो हो गयी। कालीमिर्च भी विदेशों के तेज समाचार होने एवं पाईपलाईन में माल की कमी होने से 20 रुपए बढक़र 800/810 रुपए हो गयी। लौंग के भाव भी 20 रुपए बढक़र 780/800 रुपए पर जा पहुंचे। बादाम गिरी की आपूर्ति घटने तथा आने वाले कंटेनरों की स्थिति भी कम के अदंशे से यहां 10 रुपए और बढक़र 820/825 रुपए हो गयी। बादाम साबुत भी 200 रुपए बढक़र 22200 रुपए प्रति 40 किलो हो गया। इसके अलावा गोला व गोलाकस भी नवरात्रि की खपत के साथ-साथ शादियों हेतु चालानी मांग निकलने से तेज बोला गया। दूसरी ओर बड़ी इलायची में सटोरियों की बिकवाली से 20 रुपए घटकर 1650/1660 रुपए प्रति किलो भाव रह गये। छोटी इलायची में भी स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण माल की निकासी से 50 रुपए घटकर आधा किलो पैकिंग में एवरेज क्वालिटी के भाव 2500/2600 रुपए एवं एक किलो की पैङ्क्षकग में 2450/2500 रुपए रह गये। किशमिश में भी पिछले दिनों की आयी लगातार भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से 200 रुपए घटकर इंडियन हरी 14300/15800 रुपए प्रति 40 किलो रह गयी। मगज तरबूज भी ग्राहकी के अभाव में 4/5 रुपए घटकर 460/462 रुपए प्रति किलो रह गया। छुआरा भी रमजान के बाद लगातार टूटता जा रहा है। उक्त अवधि में भी 1000 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आ गया।

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हल्दी, जीरा, राई, कालीमिर्च, लौंग, बादाम गिरी, गोला में तेजी छोटी-बड़ी इलायची, मगज तरबूज, किशमिश में नरमी

 गत सप्ताह सटोरिये एवं स्टॉकिस्टों की चौतरफा लिवाली चलने से हल्दी, जीरा, कालीमिर्च, लौंग एवं बादाम गिरी में तेजी का रूख बना रहा, राई भी शॉर्टेज में बढ़ गयी, वहीं छोटी-बड़ी इलायची में ग्राहकी का समर्थन नहीं मिलने से 25/50 रुपए प्रति किलो का मंदा आ गया। किशमिश में भी मुनाफावसूली बिकवाली से 300/400 रुपए प्रति 40 किलो निकल गये। मगज तरबूज में भी बाजार दबे रहे। अन्य किराना मेवों में मिलाजुला रूख रहा। आलोल्चय सप्ताह हल्दी के उत्पादन में भारी कमी की खबरें आने से ईरोड, वारांगल, दुग्गीराला, सांगली एवं निजामाबाद आदि मंडियों में स्टॉकिस्टों द्वारा माल रोक लिया गया, वहीं वायदा बाजार में सटोरिये भी प्रतिस्पर्धात्मक लिवाली में आ गये। फलत: वायदा एवं हाजिर में जबरदस्त उछाल आ गया। उधर निजामाबाद मंडी में जो हल्दी की आवक 24/25 हजार बोरी दैनिक हो गयी थी वह घटकर 8 हजार बोरी रह गयी। जिससे मिनी फली एवं मोटी फली में 18/20 रुपए प्रति किलो का उछाल आ गया। यहां हाजिर में भी जो एजइटीज ईरोड गठ्ठïा 140 रुपए प्रति किलो वर्ष 2023 का बिका था उसके भाव 158 रुपए बोलने लगे। चालू वर्ष की हल्दी 163 रुपए ऊपर में बिकने के बाद सप्ताहंत में प्रोफिटेकिंग चलने से 161/162 रुपए भाव रह गये। मिनी व सेलम फली में भी इसी अनुपात में अंतिम दिन सुस्ती दर्ज की गई, जबकि नये-पुराने माल की उपलब्धि कम होने से करेक्शन के बाद फिर मनोबल तेजी का बना हुआ है। इसके अलावा जीरा भी सटोरियों द्वारा जोधरपुर, बाडमेर, बीकानेर लाईन की फसल कम होने की हवा उड़ा दी गयी। वहीं डिब्बे में बड़े सटोरिये नीचे भाव की जीरा खरीद चुके थे जिससे बाजार को उठा दिया गया। फलत: यहां भी जो नीचे क्वालिटी का जीरा 216/222 रुपए बिका था उसके भाव 227/235 रुपए पर पहुंच गये। ऊपर वाले माल 280 रुपए तक बोले गये। राई भी हाजिर माल की कमी होने से 2 रुपए बढक़र 180/182 रुपए प्रति किलो हो गयी। कालीमिर्च भी विदेशों के तेज समाचार होने एवं पाईपलाईन में माल की कमी होने से 20 रुपए बढक़र 800/810 रुपए हो गयी। लौंग के भाव भी 20 रुपए बढक़र 780/800 रुपए पर जा पहुंचे। बादाम गिरी की आपूर्ति घटने तथा आने वाले कंटेनरों की स्थिति भी कम के अदंशे से यहां 10 रुपए और बढक़र 820/825 रुपए हो गयी। बादाम साबुत भी 200 रुपए बढक़र 22200 रुपए प्रति 40 किलो हो गया। इसके अलावा गोला व गोलाकस भी नवरात्रि की खपत के साथ-साथ शादियों हेतु चालानी मांग निकलने से तेज बोला गया। दूसरी ओर बड़ी इलायची में सटोरियों की बिकवाली से 20 रुपए घटकर 1650/1660 रुपए प्रति किलो भाव रह गये। छोटी इलायची में भी स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण माल की निकासी से 50 रुपए घटकर आधा किलो पैकिंग में एवरेज क्वालिटी के भाव 2500/2600 रुपए एवं एक किलो की पैङ्क्षकग में 2450/2500 रुपए रह गये। किशमिश में भी पिछले दिनों की आयी लगातार भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से 200 रुपए घटकर इंडियन हरी 14300/15800 रुपए प्रति 40 किलो रह गयी। मगज तरबूज भी ग्राहकी के अभाव में 4/5 रुपए घटकर 460/462 रुपए प्रति किलो रह गया। छुआरा भी रमजान के बाद लगातार टूटता जा रहा है। उक्त अवधि में भी 1000 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आ गया।


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