सरकार ने एल्युमीनियम कंपनियों के लिए ग्रीनहाउस गैस एमीशन में कमी के लक्ष्य प्रस्तावित किए हैं। एमीशन तीव्रता मसौदा नियमों को अंतिम रूप दिए जाने के बाद वेदांता और हिंडाल्को सहित प्रमुख एल्युमीनियम कंपनियों को ग्रीनहाउस गैस एमीशन कम करना होगा। हाल में जारी ग्रीनहाउस गैस एमीशन तीव्रता लक्ष्य नियम, 2025 के मसौदे में वेदांता, हिंडाल्को, भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड, नाल्को, उत्कल एल्युमीना इंटरनेशनल, आदित्य एल्युमीनियम और महान एल्युमीनियम प्लांट के विभिन्न संयंत्रों और स्मेल्टर संयंत्रों के लिए एमीशन में कमी के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इसके तहत ओडिशा के झारसुगुड़ा में वेदांता के स्मेल्टर-2 को 2025-26 और 2026-27 में जीएचजी एमीशन तीव्रता को 13.4927 की बेसलाइन एमीशन तीव्रता से घटाकर 13.2260 और 12.8259 तक लाना होगा। ओडिशा में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के हीराकुंड स्मेल्टर को 2025-26 और 2026-27 में जीएचजी एमीशन तीव्रता को 19.2759 की बेसलाइन एमीशन तीव्रता से घटाकर 18.7315 और 17.9150 तक लाना होगा। इसी तरह अन्य एल्युमीनियम कंपनियों के लिए भी कटौती के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। हितधारक 60 दिन के भीतर ग्रीनहाउस गैस एमीशन तीव्रता लक्ष्य नियम, 2025 के मसौदे पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। सरकार ने कहा है कि भारत 2070 तक शुद्ध शून्य एमीशन लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।