शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के संस्थापकों ने ग्लास ट्रस्ट की तरफ से हाल ही में दायर मुकदमे में लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से ‘निराधार और असत्य’ बताते हुए कहा कि यह ‘संभावित नापाक तरीकों’ से कंपनी का नियंत्रण हथियाने की साजिश का हिस्सा है। गहरे वित्तीय संकट में फंसी कंपनी के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने हाल ही में पूर्व समाधान पेशेवर (आरपी), अमेरिकी कर्जदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले एक ट्रस्टी और ईवाई के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। यह कार्रवाई ग्लास ट्रस्ट द्वारा बायजू और उसके शीर्ष अधिकारियों पर 53.3 करोड़ डॉलर की हेराफेरी का आरोप लगाने के बाद हुई है। बायजू के संस्थापकों ने बयान में कहा, ‘‘हाल ही में दायर मुकदमे में ग्लास ट्रस्ट द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार और असत्य हैं। यह मुकदमा सभी संभावित नापाक तरीकों से कंपनी पर नियंत्रण हासिल करने की उनकी साजिश का एक हिस्सा है।’’ यह बयान संकटग्रस्त कंपनी और उसके कुछ ऋणदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाली ग्लास ट्रस्ट कंपनी के बीच विवाद को और बढ़ाता है। संस्थापकों के बयान में आगे आरोप लगाया गया, ‘‘यह झूठ के पुलिंदे का एक और हिस्सा है जिसे अमेरिका में अपात्र ऋणदाताओं का अवैध प्रतिनिधि ग्लास ट्रस्ट लंबे समय से घुमा रहा है।’’ बयान में कहा गया है कि ग्लास ट्रस्ट पिछले दो वर्षों से बायजू के संस्थापकों और प्रबंधन को कथित रूप से डराने की रणनीति अपना रहा है। संस्थापकों ने बयान में कहा, ‘‘डेलावेयर की अदालत में हमने जो हस्ताक्षरित और सत्यापित हलफनामा पेश किया है, उसमें इस बात का ब्योरा है कि 1.2 अरब डॉलर का पूरा ऋण किस तरह खर्च किया गया।’’