फ्रांस की दिग्गज वैमानिकी कंपनी दसॉ एविएशन अब रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ गठित संयुक्त उद्यम में अपनी हिस्सेदारी को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 51 प्रतिशत करने जा रही है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी। उसने कहा कि उसकी इकाई रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड संयुक्त उद्यम दसॉ रिलायंस एयरोस्पेस लिमिटेड (डीआरएएल) में अपनी दो प्रतिशत हिस्सेदारी दसॉ एविएशन को हस्तांतरित कर देगी। फिलहाल डीआरएएल में रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड के पास 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि दसॉ एविएशन के पास 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी अंतरण के बाद संयुक्त उद्यम में दसॉ एविएशन की हिस्सेदारी बढक़र 51 प्रतिशत हो जाएगी। इसके साथ ही डीआरएएल अब फ्रांस की इस दिग्गज कंपनी के नेतृत्व वाली एक अनुषंगी कंपनी बन जाएगी। शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक, यह सौदा एक नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि स्वतंत्र मूल्यांकन के आधार पर इस हिस्सेदारी के हस्तांतरण के लिए 175.96 करोड़ रुपये की राशि मिलेगी। फ्रांसीसी विमान निर्माता कंपनी दसॉ एविएशन सैन्य और व्यावसायिक दोनों तरह के विमान बनाती है। यह राफेल और फाल्कन विमानों का प्रमुख विनिर्माता है। इसका बाजार पूंजीकरण दो लाख करोड़ रुपये से अधिक है जबकि इसके पास 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक की नकद आरक्षित राशि है। दसॉ एविएशन ने हाल ही में अपने हिस्सेदारी बढ़ाने के साथ नागपुर स्थित डीआरएएल को फाल्कन विमान के लिए उत्कृष्टता केंद्र घोषित किया है।