इन्डियन प्रोफेशनल्स क्रिएटिविटी, जजमेंट और ह्यूमन इंटरेक्शन के लिये अब एआई पर भरोसा करने लगे हैं। एआई रिपीट टास्क को आसानी से कर सकता है और ऐसे में इन्डियन वर्कफोर्स इन सेक्टर्स में कॅरियर को बेहतर रूप में देख रहे हैं। लिंक्डइन रिपोर्ट ‘गाइड टू फ्यूचर प्रूफिंग योअर कॅरियर’ में यह बताया गया है कि उपरोक्त सेक्टर्स के प्रोफेशनल्स के लिये एआई कॅरियर को रीइमेजिन करने का टूल हो सकता है। लिंक्डइन डेटा के अनुसार एचआर प्रोफेशनल्स कस्टमर सपोर्ट एंड एडमिनिस्ट्रेशन, फाइनेंस एक्सपर्ट्स अकाउंटिंग रोल्स, इंजीनियर्स के लिये एआई की अहम भूमिका हो सकती है। बिजनेस डवलपमेंट, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, रियल एस्टेट में भी यह अहम है। रिपोर्ट के अनुसार 62 प्रतिशत प्रोफेशनल्स मानते हैं कि एआई टास्क को जल्दी पूरा सकता है और इसीलिये प्रोडक्टिविटी को बढ़ा पाता है। 59 प्रतिशत यह मानते हैं कि यह कॅरियर ग्रोथ को अनलॉक करने की काबलियत रखता है। मीडिया, मार्केटिंग, एचआर और इंजीनियरिंग एआई टूल के साथ प्रयोग कर रहे हैं। रिपीट कार्यों के लिये इस टूल का उपयोग एम्प्लॉइज को फ्री करता है। ऐसे में वे स्ट्रेटजी मेकिंग, डिसीजन मेकिंग और क्लाइंट एंगेजमेंट पर एकाग्र होकर काम कर सकते हैं। लिंक्डइन कॅरियर एक्सपर्ट के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को हम रिप्लेसमेंट के रूप में नहीं एक्सीलेटर के रूप में देखें तो बेहतर होगा। हमारे कॅरियर को एआई नहीं लिख सकता बल्कि सपोर्ट या एक्सीलरेट कर सकता है। आज टेलेंट तीन सिम्पल बातों से जीत सकता है लीड विद स्किल्स, शो पू्रफ और अवसरों के लिये एआई का उपयोग बढ़ाना। उनका सुझाव है कि जॉब टाइटल्स के बजाय प्रोफेशनल स्किल्स को हाइलाइट करें, इंटरव्यू कॉल्स की इंतजार करने के बजाय प्लेटफॉर्म पर अपने काम का पू्रफ पब्लिश करें और तीसरा एआई जैनरेटेड उत्तरों को कॉपी करने के बजाय टेक्नोलॉजी का उपयोग रिसर्च और पे्रप टूल के रूप में करें। गौरतलब है कि एआई के साथ जॉब सीकर्स की एप्रोच ट्रांसफॉर्म हो रही है। उनके अनुसार इन्डियन वर्कफोर्स के लिये मैसेज क्लियर है कि वे एआई को थ्रेट नहीं बल्कि पार्टनर समझें। रियल विनर वही होगा जो बैलेंस के साथ आगे बढ़ेगा। स्मार्टली अपनी स्किल्स को दिखायेगा और एआई के साथ अपने कॅरियर को नेवीगेट करेगा।