टिंडर, बम्बल और हिंज जैसे इंटरनेशनल डेटिंग एप्स स्लोडाउन पर हैं, वहीं इन्डियन डेटिंग एप्स ग्रोथ कर रहे हैं। टे्रकएक्सएन के अनुसार वर्तमान में करीब 174 एक्टिव इन्डियन डेटिंग एप्स हैं। ट्रूलीमैडली, फ्लटर, एलेवन, ऐसल प्रमुख रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। स्मॉल सिटीज के युवा इंटरनेशनल डेटिंग एप के साथ अपनी जरूरत को हुकअप नहीं कर पा रहे और उनका रुझान देशी डेटिंग एप पर बढ़ रहा है। देश में इंटरनेशनल डेटिंग एप्स को कमजोर रेस्पांस मिल रहा है और इसीलिये वे स्टॉफ को कम कर रहे हैं, मार्केटिंग स्पेंड को घटा रहे हैं। लोकल डेटिंग फम्र्स इनोवेशन के साथ आगे आ रही हैं। लैंग्वेज लोकलाइजेशन, प्राइवेसी सेटिंग, वेरीफीकेशन प्रोटोकॉल्स आदि फीचर्स को शामिल किया जा रहा है। नॉट डेटिंग के तहत इनकम वेरीफीकेशन किया जाता है और इसके तहत ऑफर लैटर, सैलरी स्लिप देनी होती है ताकि फाइनेंशियल पार्ट कम्पेटेबल हो और इसकी आश्वस्तता भी हो। लग्जरी प्लेटफॉम्र्स जैसे लक्सी, ग्लैमबू में समान मैकेनिज्म यूज किया जाता है। इसे एन्युअली पचास लाख रुपये की इनकम वाले मेल मेम्बर्स ही एक्सेस कर सकते हैं। ऐसल भी काफी पापूलर डेटिंग एप है। आजकल यूजर्स मीनिंगफुल कनेक्शंस और जीनाइन कम्पेनियनशिप चाहते हैं। ऐसल नेटवर्क के हैड ने कहा कि फर्म ने वित्तीय वर्ष 2023 में 123 प्रतिशत की ग्रोथ अचीव की, 2024 में 10 प्रतिशत और 2025 में 7 प्रतिशत की ग्रोथ रही। वर्तमान में वह ईयर-ऑन-ईयर लेवल पर 35 प्रतिशत की दर से विस्तार कर रहा है। इंटरनेशनल डेटिंग एप प्राइसिंग को लेकर काफी स्टिक है। टिंडर, बम्बल पर प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्राइस 900 रुपये प्रतिमाह है। ऐसे में पेइंग यूजर्स का प्रतिशत करीब तीस से चार प्रतिशत ही है। दूसरी ओर फ्लटर मल्टीपल इन्डियन लैंग्वेज में ऑपरेट करता है। फ्लटर के को-फाउंडर और सीईओ के अनुसार उनके पास 20 प्रतिशत पेइंग यूजर्स हैं और शीघ्र ही वे प्रॉफीटेबल स्थिति में होंगे। एप को करीब 1.5 मिलियन बार डाउनलोड किया गया है। एन्यूअल रेवेन्यू करीब चार करोड़ रुपये का है और इसे डबल करने की योजना है। उनके अनुसार उनका टारगेट 500 मिलियन नॉन इंग्लिश स्पीकिंग यंगस्टर्स हैं। टैक्नोलॉजी के साथ यूनिकनैस लाई जा रही है। लोकल डेटिंग एप एआई में इन्वेस्ट कर रहे हैं ताकि मैचिंग, स्कैम डिटेक्शन और वेरीफीकेशन को आसान बनाया जा सके। एक्सपर्ट्स के अनुसार इन्डियन डेटिंग इकोसिस्टम के पास ग्रोथ का स्पेस है लेकिन एक्जीक्यूशन शार्प होना चाहिये। यदि यूजर्स को यह लगे कि मैच क्वालिटी सुधर रही हैं तो सब्सक्रिप्शंस और पेड फीचर्स बढ़ सकते हैं। यूजर्स का ट्रस्ट भी नेटवर्क बढ़ाने का अहम इंडीकेटर है।