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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

03-05-2025

लीप को इंडिया में बिग लीप की तलाश

  •  बिग लीप यानी बड़ा छलांग। जीप, सित्रोइन और फिएट वाला स्टेलांटिस ग्रुप बड़े क्राइसिस में है। पिछले दिनों आपने खबर पढ़ी थी कि स्टेलांटिस भारत को ग्लोबल मार्केट्स के लिए ग्रीन माइक्रो मोबिलिटी का सोर्सिंग हब बनाने के प्लान पर काम कर रही है। अब खबर यह है कि स्टेलांटिस चीन में अपनी जेवी पार्टनर लीप मोटर के प्रॉडक्ट्स को भी इंडियन मार्केट में रोलआउट करने के प्लान को फाइनट्यून कर रही है। लीपमोटर चीन की बड़ी ईवी कंपनियों में शुमार होती है। इस जेवी के सीनियर एक्जेक्टिव ने कहा कि स्टेलांटिस का प्लान साल से आखिर तक लीपमोटर द्वारा विकसित ईवी को भारत में लॉन्च करने का है। स्टेलांटिस के हेड ऑफ चायना और लीपमोटर इंटरनेशनल के सीईओ तियानशु शिन ने कहा ऑटोमोटिव बाजार के आकार के साथ, भारत में निश्चित रूप से बहुत संभावनाएं हैं। हाल ही शंघाई ऑटो शो के मौके पर शिन ने कहा कि हम इंडिया प्लान को फास्ट्रेक कर रहे हैं।  हालांकि अभी यह तय नहीं है कि स्टेलांटिस भारत में लीपमोटर से किन-किन मॉडल्स को बेचेगी। साथ ही अभी यह भी तय नहीं कि इन्हें चीन से सीबीयू (फुली बिल्ट) बेचा जाएगा या फिर भारत में इन्हें असेंबल किया जाएगा। साथ में लगी टेबल से पता चलता है कि 2020 में शुरू हुई लीपमोटर की सेल्स में एक्सपोनेंशियल (बहुत तेज) ग्रोथ हो रही है। वर्ष 2024 की क्लोजिंग लीपमोटर ने 2.93 लाख यूनिट्स के साथ की है और पिछले पांच साल में कंपनी कुल 6.05 लाख गाडिय़ां बेच चुकी है। पिछले वर्ष ईवी की रेस में टेस्ला और बीवाईडी में नेक टू नेक का मुकाबला रहा और बेस्ट सेलर ईवी की ग्लोबल लिस्ट में लीप मोटर सातवें पायदान पर है। स्टेलांटिस अपने इस जेवी पार्टनर लीपमोटर के लिए ग्लोबल मार्केट्स में ग्राउंडवर्क कर रही है। स्टेलांटिस का प्लान भारत के साथ ही लीपमोटर के प्रॉडक्ट्स को यूरोप और इंडोनेशिया के मार्केट्स में भी उतारने का है। हालांकि दुनिया के अलग-अलग देश चाइनीज ईवी पर जिस तरह से टैरिफ लगा रहे हैं उनके कारण इनका ग्रोथ प्लान मुश्किल में पड़ गया है। वैसे भी चीन में कंपनियों के बीच मार्केटशेयर को लेकर ब्लडबाथ मचा हुआ है और बड़े मगरमच्छ छोटी मछलियों को निगलने के लिए तगड़ा प्राइस अटैक कर रहे हैं। लीपमोटर भी एक तरह से अभी छोटी मछली ही है ऐसे में इसके लिए बीवाईडी और वुलिंग जैसे बड़े शिकारियों के हमले से बचने के लिए अपने लिए नया कस्टमर कैचमेंट करना मजबूरी बन गया है।  लीपमोटर के फाउंडर एंड सीईओ झू जियांगमिंग ने भी हाल ही कहा था कि भारत ईवी के लिए बड़ा बाजार है, लेकिन वहां लाभ मुनाफा कमा पाना मुश्किल होगा। स्टेलांटिस ग्रुप भारत में कई प्लांट चला रही है। जिनमें जीप वाला पुणे प्लांट और सित्रोइन वाला तमिलनाडु प्लांट शामिल है। सित्रोइन अपने प्लांट में पहले से ईवी गाडिय़ां बना रही है। आप जानते ही हैं कि ईवी दिग्गज टेस्ला भारत में अपने प्रॉडक्ट्स अगले कुछ महीने में रोलआउट करने की तैयारी कर चुकी है। लीपमोटर ने हाल ही में 18 हजार डॉलर से कम प्राइस अडैस और लिडार सेंसिंग से लैस एक ऑल-इलेक्ट्रिक बी10 एसयूवी के रोलआउट कर खूब सुर्खियां बंटोरी थीं। वर्ष 2023 में स्टेलंटिस ने लीपमोटर में 21 परसेंट हिस्सेदारी 1.6 बिलियन डॉलर में खरीदी थी।  हालांकि लीपमोटर की पिछले साल की सेल (2.93 लाख) बीवाईडी की करीब 43 लाख यूनिट्स (ईवी +हाइब्रिड) की सेल्स के मुकाबले दस परसेंट भी नहीं है लेकिन लीप मोटर पिछले वर्ष की आखिरी तिमाही में प्रॉफिट में आ गई थी।

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लीप को इंडिया में बिग लीप की तलाश

 बिग लीप यानी बड़ा छलांग। जीप, सित्रोइन और फिएट वाला स्टेलांटिस ग्रुप बड़े क्राइसिस में है। पिछले दिनों आपने खबर पढ़ी थी कि स्टेलांटिस भारत को ग्लोबल मार्केट्स के लिए ग्रीन माइक्रो मोबिलिटी का सोर्सिंग हब बनाने के प्लान पर काम कर रही है। अब खबर यह है कि स्टेलांटिस चीन में अपनी जेवी पार्टनर लीप मोटर के प्रॉडक्ट्स को भी इंडियन मार्केट में रोलआउट करने के प्लान को फाइनट्यून कर रही है। लीपमोटर चीन की बड़ी ईवी कंपनियों में शुमार होती है। इस जेवी के सीनियर एक्जेक्टिव ने कहा कि स्टेलांटिस का प्लान साल से आखिर तक लीपमोटर द्वारा विकसित ईवी को भारत में लॉन्च करने का है। स्टेलांटिस के हेड ऑफ चायना और लीपमोटर इंटरनेशनल के सीईओ तियानशु शिन ने कहा ऑटोमोटिव बाजार के आकार के साथ, भारत में निश्चित रूप से बहुत संभावनाएं हैं। हाल ही शंघाई ऑटो शो के मौके पर शिन ने कहा कि हम इंडिया प्लान को फास्ट्रेक कर रहे हैं।  हालांकि अभी यह तय नहीं है कि स्टेलांटिस भारत में लीपमोटर से किन-किन मॉडल्स को बेचेगी। साथ ही अभी यह भी तय नहीं कि इन्हें चीन से सीबीयू (फुली बिल्ट) बेचा जाएगा या फिर भारत में इन्हें असेंबल किया जाएगा। साथ में लगी टेबल से पता चलता है कि 2020 में शुरू हुई लीपमोटर की सेल्स में एक्सपोनेंशियल (बहुत तेज) ग्रोथ हो रही है। वर्ष 2024 की क्लोजिंग लीपमोटर ने 2.93 लाख यूनिट्स के साथ की है और पिछले पांच साल में कंपनी कुल 6.05 लाख गाडिय़ां बेच चुकी है। पिछले वर्ष ईवी की रेस में टेस्ला और बीवाईडी में नेक टू नेक का मुकाबला रहा और बेस्ट सेलर ईवी की ग्लोबल लिस्ट में लीप मोटर सातवें पायदान पर है। स्टेलांटिस अपने इस जेवी पार्टनर लीपमोटर के लिए ग्लोबल मार्केट्स में ग्राउंडवर्क कर रही है। स्टेलांटिस का प्लान भारत के साथ ही लीपमोटर के प्रॉडक्ट्स को यूरोप और इंडोनेशिया के मार्केट्स में भी उतारने का है। हालांकि दुनिया के अलग-अलग देश चाइनीज ईवी पर जिस तरह से टैरिफ लगा रहे हैं उनके कारण इनका ग्रोथ प्लान मुश्किल में पड़ गया है। वैसे भी चीन में कंपनियों के बीच मार्केटशेयर को लेकर ब्लडबाथ मचा हुआ है और बड़े मगरमच्छ छोटी मछलियों को निगलने के लिए तगड़ा प्राइस अटैक कर रहे हैं। लीपमोटर भी एक तरह से अभी छोटी मछली ही है ऐसे में इसके लिए बीवाईडी और वुलिंग जैसे बड़े शिकारियों के हमले से बचने के लिए अपने लिए नया कस्टमर कैचमेंट करना मजबूरी बन गया है।  लीपमोटर के फाउंडर एंड सीईओ झू जियांगमिंग ने भी हाल ही कहा था कि भारत ईवी के लिए बड़ा बाजार है, लेकिन वहां लाभ मुनाफा कमा पाना मुश्किल होगा। स्टेलांटिस ग्रुप भारत में कई प्लांट चला रही है। जिनमें जीप वाला पुणे प्लांट और सित्रोइन वाला तमिलनाडु प्लांट शामिल है। सित्रोइन अपने प्लांट में पहले से ईवी गाडिय़ां बना रही है। आप जानते ही हैं कि ईवी दिग्गज टेस्ला भारत में अपने प्रॉडक्ट्स अगले कुछ महीने में रोलआउट करने की तैयारी कर चुकी है। लीपमोटर ने हाल ही में 18 हजार डॉलर से कम प्राइस अडैस और लिडार सेंसिंग से लैस एक ऑल-इलेक्ट्रिक बी10 एसयूवी के रोलआउट कर खूब सुर्खियां बंटोरी थीं। वर्ष 2023 में स्टेलंटिस ने लीपमोटर में 21 परसेंट हिस्सेदारी 1.6 बिलियन डॉलर में खरीदी थी।  हालांकि लीपमोटर की पिछले साल की सेल (2.93 लाख) बीवाईडी की करीब 43 लाख यूनिट्स (ईवी +हाइब्रिड) की सेल्स के मुकाबले दस परसेंट भी नहीं है लेकिन लीप मोटर पिछले वर्ष की आखिरी तिमाही में प्रॉफिट में आ गई थी।


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