पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत का सर्विसेस एक्सपोर्ट 13.6 परसेंट बढक़र रिकॉर्ड 387.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है। भारत तेजी से ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) हब बन रहा है। साथ ही आईटी, आईटीईएस और अन्य प्रॉफेशनल सर्विसेस में भी भारत का दखल बढ़ रहा है। आरबीआई के लेटेस्ट डेटा के अनुसार मार्च में सर्विसेस एक्सपोर्ट 35.6 अरब डॉलर रहा जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 18.6 परसेंट अधिक है। कुल मिलाकर गुड्स एंड सर्विसेस एक्सपोर्ट 2024-25 में 824.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के 778.1 बिलियन डॉलर के स्तर से 6 परसेंट अधिक है।
