डॉनाल्ड ट्रंप गरियाते रह गए लेकिन एपल भारत पर अपना दांव बढ़ाती जा रही है। एपल अब टाटा के साथ मिलकर आईफोन बॉडी भारत में बनाएगी। एपल भारत में मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का लगातार विस्तार कर रही है। रिपोर्ट कहती हैं कि आईफोन में लोकल इनपुट का शेयर 20 परसेंट तक पहुच चुका है। एपल विशेष रूप से अमेरिका के के लिए मेक इन इंडिया स्ट्रेटेजी में लगातार इंवेस्टमेंट बढ़ा रही है। आईफोन का मेटल चेसिस भी भारत में ही बनाया जाएगा। अब तक टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में आईफोन की बाहरी ढांचे (केसिंग) बना रहा था, लेकिन अब फॉक्सकॉन भी इस विशेष समूह में शामिल होने जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार फॉक्सकॉन तमिलनाडु के ओरगडैम के ईएसआर औद्योगिक पार्क में एक नई फैसिलिटी तैयार कर रहा है। जिसमें आईफोन के लिए मेटल के ढांचे (एन्क्लोजर) बनाए जाएंगे। फॉक्सकॉन पहले से ही तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में आईफोन को असेंबल करती है और हैदराबाद में एयरपॉड्स का उत्पादन करती है। चर्चा है कि फॉक्सकॉन बेंगलुरु के पास एक नया आईफोन असेंबली प्लांट लगाने के प्लान पर काम कर रही है। भारत में आईफोन की मेटल चेसिस बनने से फॉक्सकॉन की आईफोन प्रॉडक्शन वेल्यू 2-3 परसेंट तक बढ़ सकती है। माना जा रहा है कि इससे एपल के लिए आईफोन का लीड टाइम (प्रॉडक्शन से लेकर मार्केट में पहुंचाने तक ) कम हो जाएगा जिससे एक्सपोर्ट वॉल्यूम में भी फायदा होगा। इसी ईएसआर पार्क में फॉक्सकॉन आईफोन के लिए डिस्प्ले मॉड्यूल बनाने की यूनिट भी लगा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एपल एयरपॉड्स के लिए प्लास्टिक की केसिंग का प्रॉडक्शन भी भारत में बढ़ाना चाहता है। इन्हें फाइनल असेंबली के भारत से चीन और वियतनाम भेजा जाएगा। एपल की एक वेंडर जाबिल पुणे में एयरपॉड्स केसिंग बनाती है। जाबिल का प्लान अब तिरुचिरापल्लीन (तमिलनाडु) में नई यूनिट लगाने का है।