बीटीएस केवल एक म्यूजिक ग्रुप नहीं है- यह बहुत तेजी से ग्लोबल इकोनॉमिक पावरहाउस और स्ट्रेटेजिक नेशनल असैट बन चुका है। लगभग तीन वर्ष के हायटस (अंतराल) के बाद, बीटीएस फिर एक्टिव हो रहा है। इस कोरियाई पॉप ग्रुप के सभी सात मेंबर को सरकार ने अनिवार्य मिलिटरी सर्विस से फ्री कर दिया है। लेकिन इनकी वापसी केवल स्टेज पर नहीं होगी बल्कि कोरिया का सबसे दमदार इकोनॉमिक पावर इंजन भी फिर से शुरू हो जाएगा। जिन, जे-होप, आरएम, वी, जिमिन और जुंगकुक ने अपनी मिलिटरी सर्विस पूरी कर ली है और सातवां सदस्य शूगा, कुछ ही दिनों में सिविलियन लाइफ में लौट आएगा। इनके फिर से सिविलियन लाइफ में लौटने से फैन्स तो खुश हैं हीं इंवेस्टर, इकोनॉमिस्ट और कोरिया सरकार के अधिकारी भी उत्साहित हैं। क्योंकि इन सबको अहसास है कि बीटीएस की वापसी का देश की इकोनॉमी पर क्या असर पड़ेगा। बीटीएस के ग्लोबल फैन्स इस ग्रुप को इमोशनल सपोर्ट, कल्चरल पावर, फैशन स्टेटमेंट, सॉफ्ट पावर मानते हैं लेकिन इकोनॉमिस्ट को इसमें मल्टी-बिलियन डॉलर का बिजनस इकोसिस्टम दिखता है। आपको शायद भरोसा ना हो लेकिन वर्ष 2019 में ह्यूंदे रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक स्टडी में कहा था कि बीटीएस हर वर्ष साउथ कोरिया की इकोनॉमी में लगभग 4.65 बिलियन डॉलर का योगदान देता है। इस सात मेंबर के पॉप बैंड का देश की इकोनॉमी में योगदान पांच लाख औसत कर्मचारियों के बराबर है। म्यूजिक एल्बम की सेल्स, स्टेज शो के टिकट्स से कमाई तो अपनी जगह है लेकिन बीटीएस का असर टूरिज्म, से लेकर कंज्यूमर गुड्स, कोरियन लैंगुएज स्टडी, इंटरनेट व्यूज, कॉस्मेटिक्स से लेकर गारमेंट्स तक पर होता है। वर्ष 2022 में जब बीटीएस ने वल्र्ड एक्सपो को प्रमोट करने के लिए फ्री कॉन्सर्ट किया तो उसमें पचास हजार लोग टूट पड़े थे। रिपोर्ट कहती हैं कि इस अकेले इवेंट से देश की इकोनॉमी में 50 करोड़ डॉलर के ट्रांजेक्शन हुए। एनेलिस्ट कहते हैं कि तीन साल बाद जब बीटीएस ग्लोबल स्टेज पर उतरेगा तो मल्टीप्लायर इफेक्ट होगा। बीटीएस एक कल्चर कैपिटल बन चुका है और इसका मुकाबला पूरी के-पॉप इंडस्ट्री भी नहीं कर सकती। बीटीएस ग्लोबल कल्चरल रेवॉल्यूशन में कोरियाई वेव (हाल्यू) कहा जाता है। बीटीएस का ही असर है आज दुनिया में कोरियाई फूड से लेकर कोरियाई कॉस्मेटिक्स, कोरियाई फिल्म्स एंड टीवी और कोरियाई फैशन ग्लोबल ब•ा बने हुए हैं और इन कंज्यूमर सैक्टर्स में ग्लोबल ब्रांड्स बिलियन डॉलर्स का इंवेस्टमेंट कर रहे हैं। रिपोर्ट्स कहती हैं कि बीटीएस के कारण ही कोरियाई लैंगुएज मोबाइल एप के जरिए सबसे ज्यादा सीखे जाने वाली भाषाओं में शामिल है। साउथ कोरिया में टूरिस्ट जिस तेजी से बढ़ रहे हैं उसके लिए देश की सरकार कई बार बीटीएस को क्रेडिट दे चुकी है। कोविड से पहले की रिपोर्ट कहती है कि 8 परसेंट टूरिस्ट्स ने दावा किया कि वे बीटीएस से इंस्पायर होकर यहां आए हैं। बीटीएस के कमबैक की खबर ब्रेक होते ही उनकी एजेंसी हाइब के शेयर एक ही दिन में 7 परसेंट की रैली के साथ 38 महीने के पीक लेवल पर पहुंच गए। जून के आखिर में मिलिटरी सर्विस से फ्री हो जाने के बाद का प्लान अभी तय नहीं है। लेकिन कहा जा रहा है कि विंटर ब्रेक्स के दौरान एक वल्र्ड टूर हो सकता है। बीटीएस के पिछले फुल टूर (लव यॉरसेल्फ:स्पीक यॉरसेल्फ) ने 20 करोड़ डॉलर कमाए थे। रिपोर्ट यह भी कहती है कि 2021 में लॉस एंजलिस में केवल चार परफॉर्मेन्स से शहर की इकोनॉमी में 10 करोड़ डॉलर से अधिक आए थे जबकि लास वेगास में 16 करोड़ डॉलर। क्योंकि ऐसे म्यूजिक कॉन्सर्ट और लाइव इवेंट्स से होटल बुक होते हैं, टेक्सी से लेकर रिटेल और फूड स्टॉल्स तक का रेवेन्यू बढ़ जाता है। हाइब ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है जो फैन्स से सौ करोड़ डॉलर की कमाई करता है। हालात यह है जब बीटीएस का नया म्यूजिक नहीं आता तब भी कमाई होती रहती है। कोरिया की पहचान पहले टेक्नोलॉजी पावरहाउस देश के रूप में थी लेकिन बीटीएस ने उसे कल्चरल सुपरब्रांड बना दिया है। कोरिया में ऑस्कर विनर निर्देशक बोंग जून-हो और फुटबॉलर सोन ह्यूंग मिन नेशनल हीरो हैं लेकिन बीटीएस ने अब इसमें जगह बना ली है।