दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच एयर प्यूरीफायर की सेल्स में तेजी आई है। एयर प्यूरीफायर की बिक्री में दिवाली के आसपास नियमित रूप से वृद्धि देखी जाती है जब अक्सर एयर क्वालिटी खराब हो जाती है। यूरेका फोर्ब्स के मुख्य वृद्धि अधिकारी अनुराग कुमार ने कहा कि दीपावली से पहले, अक्टूबर की शुरुआत से ही एयर प्यूरीफायर की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है। हमने विभिन्न प्लेटफॉम्र्स पर मजबूत रुझान देखा। खुदरा बिक्री, लगातार बिक्री बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है। केंट आरओ सिस्टम्स के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि भारत में त्योहारों के महीनों के दौरान एयर प्यूरीफायर और फिल्टर की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इसकी वजह वायु गुणवत्ता में गिरावट रही। मार्केट्स एंड डेटा की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एयर प्यूरीफायर बाजार में वित्त वर्ष 2025-26 से 2032-33 के दौरान 12.23 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखने का अनुमान है। यह बढ़ते वायु प्रदूषण, स्वास्थ्य जागरूकता में वृद्धि और तेजी से शहरीकरण के कारण 15.15 करोड़ अमेरिकी डॉलर से बढक़र 38.13 करोड़ डॉलर हो जाएगा। डायसन इंजीनियर के एलेक्स हडसन ने कहा कि प्रदूषण के स्तर में लगातार वृद्धि के साथ परिवारों के लिए प्रदूषकों से खुद को बचाने के लिए सक्रिय कदम उठाना जरूरी है। इस समय घर में स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए एयर प्यूरीफायर चुनना एक प्रभावी तरीका है। ब्रिटेन की कंपनी डायसन भारतीय बाजार में एयर प्यूरीफायर के प्रीमियम सेगमेंट में काम करती है। एयर प्यूरीफायर की बढ़ती मांग के बीच विनिर्माता इस प्रवृत्ति को भुनाने के लिए विपणन पहल कर रहे हैं जिसमें यूरेका फोर्ब्स जैसी कंपनियां कई अभियान भी चला रही हैं। वास्तविक समय एक्यूआई मूल्यों पर केंद्रित प्रिंट मीडिया में अभियान के अलावा ये उत्पादों के डेमो प्रदर्शित करने के लिए दुकानों में ‘स्मोक चैंबर’ भी स्थापित कर रही है। यूरेका फोर्ब्स के कुमार ने कहा कि हम स्मार्ट एयर प्यूरीफायर के प्रति उपभोक्ताओं की बढ़ती पसंद देख रहे हैं, जो स्मार्टफोन ऐप के माध्यम से घर की वायु गुणवत्ता (पीएम 2.5 स्तर) की निगरानी कर सकते हैं। ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी. त्यागराजन ने हालांकि एयर प्यूरीफायर के एक श्रेणी के रूप में विकसित होने पर संदेह जताया क्योंकि यह पूर्ण समाधान प्रदान नहीं करता है।