इस बार गर्मी के मौसम में परिवर्तन चल रहा है तथा जब भी गर्मी बढ़ रही है, बरसात हो जाने से बिहार में आई हुई मक्की की क्वालिटी खराब हो गई है। यूपी में भी नई मक्की शुरू हो गई है, लेकिन यहां भी रुक-रुक कर मौसम खराब होने से क्वालिटी की आगे भी दिक्कत समझ में आने लगी है। अत: तेजी आने में अभी काफी समय लगेगा, लेकिन यहां से मंदा समाप्त समझना चाहिए। मक्की की प्रांतवार फसलें आने लगी हैं। पिछले 2 महीने से बिहार के खगडिय़ा बेगूसराय दरभंगा गुलाब बाग मानसी पूर्णिया कटिहार आदि उत्पादक क्षेत्रों में नई मक्की आ रही है, लेकिन उत्पादन अधिक होने के साथ-साथ मौसम भी रुक-रुक कर खराब चल रहा है, जिससे मंडियों में सूखी मक्की की आवक नहीं हो पा रही है तथा उस हिसाब से ग्राहकी भी नहीं है। यही कारण है कि पूर्णिया सेमापुर लाइन में 15 प्रतिशत नमी वाली मक्की 2040/2050 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। गोदाम पहुंच में 2100 रुपए का व्यापार हो रहा है, जबकि 14 प्रतिशत नमी वाली मक्की 2150/2200 रुपए गोदाम पहुंच बिक रही है। गौरतलब है कि अकेले बिहार में मक्की का उत्पादन 78 लाख मीट्रिक टन के करीब होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहां अप्रैल के शुरुआत में 2400 रुपए प्रति क्विंटल मंडियों में खुलकर वर्तमान में साढ़े तीन सौ रुपए नीचे आ गई है, इसके बाद बहराइच लाइन में भी नहीं मक्की आ गई है तथा हाथरस कन्नौज मथुरा लाइन में भी मक्की तैयार हो गई है, लेकिन मौसम की मार से यहां भी फसल आने में विलंब हो गया है। इसी महीने के अंत में हरियाणा पंजाब में भी छिटपुट मक्की आ जाएगी, इसलिए निकट में तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए। सरकार द्वारा भी मक्की की बिक्री एथेनॉल कंपनियों को 2250 रुपए प्रति कुंटल में दी जा रही है, इसका भी प्रभाव मक्की के व्यापार पर पडऩे वाला है। यूपी में भी मक्की की फसल बढिय़ा बताई जा रही है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए इसमें लंबी तेजी का व्यापार नहीं करना चाहिए। हालांकि वर्तमान भाव की मक्की में कोई जोखिम नहीं लग रहा है। गत वर्ष की अपेक्षा भी 50/75 रुपए नीचे भाव आ गए हैं, इस वजह से छोटी बड़ी कंपनियां लगातार बिहार की मंडियों से खरीद कर रही है। हरियाणा पंजाब पहुंच में बिहार की मक्की नमी के हिसाब से 2375/2440 रुपए प्रति कुंतल के बीच बिक रही है।, यूपी की मक्की 2100 रुपए गोदाम पहुंच में बिक रही है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए निचले भाव आ चुके हैं। अब यहां से मक्की में घटने की गुंजाइश नहीं है, लेकिन लंबी तेजी में अभी काफी समय लगेगा