बड़ी इलायची की नेपाल में फसल काफी कम होने की आशंका एवं पुराना स्टॉक 50 प्रतिशत रह जाने से भविष्य में अच्छी तेजी की संभावना दिखाई दे रही है। अत: वर्तमान भाव में सटोरियों के चक्कर में आकर माल को काटना नहीं चाहिये। ग्वालियर में सट्टेबाजी से बाजार सटोरियों के गिरफ्त में आ गया है, लेकिन आगे चलकर कम से कम इसमें 150/200 की प्रति किलो की चाल आ सकती है। एनसी भोजराज एंड कंपनी के श्रेयांश जैन का कहना है कि बड़ी इलायची की आने वाली फसल प्रतिकूल मौसम के चलते काफी कम आने का अनुमान लगाया जा रहा है। दूसरी ओर पिछले वर्ष का स्टॉक नई फसल आने पर 50 प्रतिशत ही रह जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। गत वर्ष जब फसल आई थी, तो पुराना स्टॉक 35000 बोरी का था तथा नया पुराना मिलकर आज तक 75000 बोरी की मंडियों में इस बार उपलब्धि रही है। इस बार की आने वाली फसल नेपाल में कुल मिलाकर 40000 बोरी का उत्पादन अनुमान आ रहा है तथा वर्तमान स्टॉक 15000 बोरी का है। इस प्रकार कुल उत्पादन 55000 बोरी बैठ रहा है, जो सामान्य की अपेक्षा 25-30 प्रतिशत कम है, इस स्थिति को देखते हुए बड़ी इलायची के स्टॉक को रोक कर चलना उचित होगा। दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से निर्यातकों की पूछ परख बढिय़ा माल में आने लगी है, ऐसी स्थिति में जैसे ही सटोरियों का बिके हुए माल की डिलीवरी होगी, बाजार आने वाले समय में तेज हो जाएगा। श्री जैन ने बताया कि आने वाली फसल अभी 3 महीने बाद आएगी, उससे पहले की खपत के अनुरूप माल नहीं है। बाजार के अन्य व्यापारियों की राय में पिछले एक पखवाड़े की आई बड़ी इलायची में गिरावट के बाद बड़े कारोबारी नेपाल से माल झटकने शुरू कर दिए हैं तथा निर्यातक भी अब पूछपरख करने लगे हैं, जिसके चलते वहां की करेंसी में भाव शाम को मजबूत बोलने लगे। दूसरी ओर नेपाल से आज की तारीख में बड़ी इलायची मंगाने पर 1480/1485 रुपए प्रति किलो का पड़ता आ रहा है, जबकि यहां 1460/1470 रुपए हाजिर में भाव है। हाल ही सटोरियों की घबराहट पूर्ण बिकवाली से 50/60 रुपए घटकर ग्वालियर में 1390/1400 भाव रह गया है। गौरतलब है कि सिलीगुड़ी गंगटोक के साथ-साथ भूटान में बड़ी इलायची का स्टॉक ज्यादा नहीं है, क्योंकि पिछली फसल भी काफी कम आई है। नेपाल से भी पड़ता आज की तारीख में 1510 रुपए पड़ रहा है, यहां भी हाजिर में माल पूरी तरह से कट चुका है, केवल बड़े सटोरियों की सट्टेबाजी से नाजायज टूटकर ये भाव बने हुए हैं। नेपाल बड़ी इलायची का बड़ा उत्पादक केंद्र है, वहां आने वाली फसल अभी तक बहुत ही कम बताई जा रही है, लेकिन फसल आने में कम से कम ढाई महीने से ऊपर का समय लगेगा, उससे पहले अभी मौसम पर कितना प्रतिशत उत्पादकता उतर रही है, आगे निर्भर करेगा। पुराना माल वहां समाप्त हो चुका है, थोड़ा ही माल बड़े कारोबारियों के पास है, जो सट्टेबाजी में इधर-उधर घूम रहा है। दूसरी ओर पिछले एक महीने से लगातार स्टॉक के माल कट रहे हैं। पिछले महीने बड़े सटोरियों द्वारा जो माल बेचा गया था, उसकी डिलीवरी के लिए बाजार को नाजायज तोड़ दिया गया है। अत: पड़ते के अभाव में यहां से 200 का लाभ आगे चलकर मिल सकता है।