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22-01-2025

ट्रंप की दो टूक चेतावनी Brics देशों पर लगाई जा सकती है 100% ड्यूटी

  •  वाशिंगटन, 21 जनवरी (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से चेतावनी दी कि अगर ब्रिक्स समूह के देश अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए अमेरिकी डॉलर की जगह किसी दूसरी मु्द्रा को लाने के लिए कोई कदम उठाते हैं तो वह उन पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाएंगे। ब्रिक्स देशों में भारत भी शामिल है। ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्होंने कहा, अगर ब्रिक्स देश ऐसा करना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन हम उनके अमेरिका के साथ व्यापार पर कम से कम 100 प्रतिशत शुल्क लगाने जा रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर ये देश वैश्विक व्यापार में डॉलर के इस्तेमाल को कम करने के बारे में सोचते भी हैं तो उन पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाया जा सकता है। ब्रिक्स दस देशों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात - का एक अंतर-सरकारी संगठन है। दिसंबर में भी ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को इस तरह के कदम के खिलाफ चेतावनी दी थी। ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा था, हमें इन देशों से यह प्रतिबद्धता चाहिए कि वे न तो नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे। वर्ना उन्हें 100 प्रतिशत शुल्क का सामना करना पड़ेगा और उन्हें शानदार अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अपनी बिक्री को अलविदा कहना पड़ेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिसंबर में कहा था कि भारत कभी भी डॉलर को हटाने के पक्ष में नहीं रहा है और ब्रिक्स मुद्रा लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। आव्रजन पर एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने सोमवार को कहा कि उन्हें कानूनी आव्रजन से कोई दिक्कत नहीं है।  ट्रंप ने कहा कि देश को और अधिक कानूनी आव्रजन की जरूरत होगी, क्योंकि उनकी शुल्क नीतियों के कारण विनिर्माण का विस्तार होने जा रहा है।

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ट्रंप की दो टूक चेतावनी Brics देशों पर लगाई जा सकती है 100% ड्यूटी

 वाशिंगटन, 21 जनवरी (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से चेतावनी दी कि अगर ब्रिक्स समूह के देश अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए अमेरिकी डॉलर की जगह किसी दूसरी मु्द्रा को लाने के लिए कोई कदम उठाते हैं तो वह उन पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाएंगे। ब्रिक्स देशों में भारत भी शामिल है। ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्होंने कहा, अगर ब्रिक्स देश ऐसा करना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन हम उनके अमेरिका के साथ व्यापार पर कम से कम 100 प्रतिशत शुल्क लगाने जा रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर ये देश वैश्विक व्यापार में डॉलर के इस्तेमाल को कम करने के बारे में सोचते भी हैं तो उन पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाया जा सकता है। ब्रिक्स दस देशों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात - का एक अंतर-सरकारी संगठन है। दिसंबर में भी ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को इस तरह के कदम के खिलाफ चेतावनी दी थी। ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा था, हमें इन देशों से यह प्रतिबद्धता चाहिए कि वे न तो नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे। वर्ना उन्हें 100 प्रतिशत शुल्क का सामना करना पड़ेगा और उन्हें शानदार अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अपनी बिक्री को अलविदा कहना पड़ेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिसंबर में कहा था कि भारत कभी भी डॉलर को हटाने के पक्ष में नहीं रहा है और ब्रिक्स मुद्रा लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। आव्रजन पर एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने सोमवार को कहा कि उन्हें कानूनी आव्रजन से कोई दिक्कत नहीं है।  ट्रंप ने कहा कि देश को और अधिक कानूनी आव्रजन की जरूरत होगी, क्योंकि उनकी शुल्क नीतियों के कारण विनिर्माण का विस्तार होने जा रहा है।


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