देश के फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र पर बड़ा दांव लगाते हुए रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और कोका-कोला के उत्पादों की बॉटलिंग करने वाली तीन कंपनियों ने संयंत्र स्थापित करने के लिए 65,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की घोषणा की है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ शिखर सम्मेलन के पहले दिन कहा कि इस क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित होगा। यह शिखर सम्मेलन 25 से 28 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित किया जा रहा है। विश्व खाद्य भारत कार्यक्रम के अवसर पर एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान हमें एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। पासवान ने कहा कि दो बड़ी कंपनियों रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आरसीपीएल) और कोका-कोला के उत्पादों की बॉटलिंग करने वाली तीन कंपनियों के साथ 65,000 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने देश भर में एकीकृत खाद्य विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के साथ 40,000 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन के तहत, आरसीपीएल महाराष्ट के नागपुर के काटोल और आंध्र प्रदेश के कर्नूल में खाद्य उत्पादों और पेय पदार्थों के लिए एकीकृत सुविधाएं स्थापित करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी। उद्योग के एक अधिकारी के अनुसार इसके अलावा देश में कोका-कोला के उत्पादों की बॉटलिंग करने वाली तीन कंपनियां देश के खाद्य प्रसंस्करण बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए संयुक्त रूप से 25,760 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। उन्होंने नई और पुरानी परियोजनाओं के विस्तार के लिए मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एसएलएमजी बेवरेजेज, हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज (कोका-कोला की पूर्ण स्वामित्व वाली बॉटलिंग इकाई) और कंधारी ग्रुप ऑफ कंपनीज ने निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है। यह निवेश उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू सहित नौ राज्यों में किया जाएगा। एसएलएमजी बेवरेजेज के संयुक्त प्रबंध निदेशक परितोष लधानी ने कहा कि कोका-कोला इंडिया और एसएलएमजी बेवरेजेज सहित अन्य सभी ‘बॉटलर्स’ ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के साथ 25,760 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत में कोका-कोला की सबसे बड़ी ‘बॉटलर’ एसएलएमजी बेवरेजेज 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इन परियोजनाओं से रोजगार के 30,000 प्रत्यक्ष और 3,00,000 अप्रत्यक्ष अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है। इनका क्रियान्वयन इसी वर्ष शुरू होगा और 2030 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने प्रस्तावित निवेश के लिए जरूरी नियामकीय मंजूरी पाने में सहायता का आश्वासन दिया है। भारत वैश्विक स्तर पर कोका-कोला का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है।