एचपी भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि भारत में पर्सनल कम्प्यूटर (पीसी) का प्रसार 20 प्रतिशत तक है और यहां वृद्धि के व्यापक अवसर हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रसार के साथ उद्योग को हर घर और कार्यस्थल में पीसी उपलब्ध कराने के लिए नयी रणनीतियों की तलाश करनी चाहिए। दासगुप्ता ने कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि, दुनिया की सबसे युवा आबादी में एक होना और वैश्विक स्तर पर दूसरे सबसे बड़े जीसीसी केंद्र के रूप में इसका प्रभाव, इसे दुनिया के दूसरे बाजारों से अलग करता है। उन्होंने कहा कि बाजार हमारी अपेक्षा से धीमी गति से बढ़ रहा है, लेकिन जो बात इस बाजार को एक बड़ा अवसर बनाती है, वह है पीसी का कम प्रसार। भारत में पीसी का प्रसार 20 प्रतिशत से भी कम है। दासगुप्ता ने कहा कि शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार में पीसी की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए काफी अवसर हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उद्योग को यह सुनिश्चित करने के लिए नये तरीके सोचने की जरूरत है कि हम हर घर और हर व्यवसाय तक पीसी पहुंचाने में मदद करें। एचपी के खासतौर से भारत के लिए आंकड़े साझा नहीं किए, लेकिन कहा कि वाणिज्यिक क्षेत्र में वृद्धि काफी मजबूत रही है, जबकि उपभोक्ता क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एचपी की वृद्धि बाजार के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने से हुई है। इसमें मझोले और छोटे शहरों (टीयर-2 और टीयर-3) शहरों में प्रसार का विस्तार और एमएसएमई क्षेत्र को प्राथमिकता देना शामिल है।