सप्लाई कमजोर होने एवं मांग बढऩे से बिनौला खल के भाव 400 रुपए प्रति किवंटल बढगए। भविष्य में इसमें मंदे की संभावना कम है। बाजार मजबूत रह सकता है। सप्लाई कमजोर होने एवं पशु आहार वालों की मांग निकलने से बिनौला खल के भाव एक पखवाड़े के दौरान निचले स्तर से 400 रूपए बढकर 3900/4100 रुपए प्रति कुंतल हो गए। पंजाब की बठिंडा मंडी में उसके भाव 3850/3950 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। उक्त अवधि के दौरान उत्तर भारत की मंडियों में बिक वाली कमजोर होने के कारण बिनौले, के भाव 400 रूपए बढक़र पंजाब में 3700/3800 रुपए प्रति क्विटल हो गए। वारंगल लाइन में इसके भाव 300 रूपए बढक़र 3900/4000 रूपए प्रति कुंतल हो गए। हापुड़ मंदिर में बिकवाली कमजोर होने बिनौला खल के भाव 300 रूपए बढक़र 4100/4200 रुपए प्रति कुंतल हो गए । देश में कपास का उत्पादन हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट, छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश इत्यादि राज्यों में होता है। चालू सीजन के दौरान देश में कपास का बिजाई 111.39लाख हेक्टेयर में रह गई जबकि गत वर्ष इसकी बिजाई122.74लाख हेक्टेयर में हुई थी। बिजाई कमजोर होने के कारण उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है।सटोरिया लिवाली बढऩे से एनसीडीईएक्स में बिनौला खल सितंबर डिलीवरी में तेजी का रुख रहा ।दूसरी और बिकवली कमजोर होने के कारण पशु आहार में उपयोग में आने वाले अरहर चूरी , चना चूरी,अरहर छिलका,बाजरे की कीमतों में भी तेजी का रूख बना हुआ है। वर्तमान हालात को देखते हुए नया सीजन शुरू होने तक में बिनोला खल की कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है ।बाजार सीमित दायरे में घूमता रह सकता है।