हमारे देश में मौसम का परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जिस राजस्थान को सूखे का प्रदेश कहा जाता था, वहां पर बारिश बेमौसम भी आती है और मानसून सीजन लम्बा भी हो रहा है। रेगिस्तानी इलाके भी पानी से लबालब होने लगे हैं। इसी प्रकार देश में भी बेमौसम की बारिश का दौर चलने लगा है। गत दो-तीन वर्ष से यही स्थितियां देखने को मिल रही है। असर अनेक चीजों पर देखने को मिल रहा है। कन्ज्यूमर ड्यूरेबल्स सेगमेंट इनमें से एक है। मार्च से गर्मियों का सीजन शुरू होता था। इस बार शुरूआत अच्छी हुई लेकिन फिर गर्मियों के सीजन की अवधि सीमित होकर रह गई। इसका असर व्हाईट गुड्ज की सेल्स पर नजर आया है। जब तापमान अधिक रहता है तो कूलिंग प्रोडक्ट्स की सेल्स ज्यादा होती है। ऐसे में प्रोडक्ट मेकर्स की नजर फेस्टिव सीजन पर जा टिकी है। कूलिंग एप्लायंसेज, एयर कंडीशनर में डीग्रोथ देखने को मिली है। हालांकि गोदरेज ने तो एसी, फ्रॉस्ट-फ्री रेफ्रीजरेटर और वॉशिंग मशीन सेगमेंट में ग्रोथ रजिस्टर की है। गोदरेज एप्लायंसेज के बिजनस हैड और ईवीपी के अनुसार प्रीमियम सेगमेंट से ज्यादा मास सेगमेंट प्रभावित हुआ है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के अनुसार इस बार बेमौसम बारिश, मानसून के जल्दी देश में फैलाव ने कूलिंग प्रोडक्ट्स का गणित बिगाड़ा है। अब फेस्टिव सीजन पर उम्मीदें जा टिकी है।