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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

19-03-2025

AI से वर्क स्पीड और क्वालिटी में आएगा सुधार

  •  लगभग 92 प्रतिशत भारतीय पेशेवर इस बात से सहमत हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से काम की स्पीड और क्वालिटी में सुधार आएगा। एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। टीम कोलेबरेशन एंड प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर, एटलसियन की रिपोर्ट में एआई को अपनाने, इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट और टीम कोलेबरेशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। लगभग 87 प्रतिशत प्रोफेशनल का मानना है कि एआई उन्हें एक बेहतर टीममेट के रूप में पेश करने में मदद कर रहा है, जबकि 91 प्रतिशत का मानना है कि एआई का इस्तेमाल कर उन्हें जानकारी को बेहतर ढंग से डिस्कवर और मैनेज करने में मदद मिल सकती है। रिपोर्ट के लिए 6 क्षेत्रों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी और यूके के 12,000 नॉलेज वर्कर्स और फॉर्च्यून 500 कंपनियों के 200 अधिकारियों से डेटा कलेक्ट किया गया। इस रिपोर्ट ने टीमों के लिए सूचनाओं को प्रभावी ढंग से जोडऩे और व्यवस्थित करने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला। वैश्विक स्तर पर, फॉर्च्यून 500 में हर साल वर्क वीक का लगभग 27 प्रतिशत सूचना खोजने में बर्बाद हो जाता है। कर्मचारियों का कहना है कि सूचनाओं को खोजने के दौरान होने वाली कठिनाई तेजी से आगे बढऩे के बीच एक बड़ी बाधा बनती है। हर सप्ताह 17 घंटों से ज्यादा समय सूचनाओं को खोजने में लगाया जाता है। 61 प्रतिशत भारतीय कर्मचारियों ने बताया कि उनकी कंपनी में टीमें कभी-कभी अनजाने में एक ही काम करती हैं, जिससे काम में दोहराव होता है। लक्ष्य स्पष्टता की कमी से ये चुनौतियां और भी बढ़ जाती हैं, 90 प्रतिशत रेस्पॉन्डेंट्स ने सहमति व्यक्त की कि अगर उनके लक्ष्य और रणनीति स्पष्ट होती तो बिजनेस को सपोर्ट करना आसान होता। 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों का मानना है कि अगर उनके साथी एआई का ज्यादा इस्तेमाल करते तो वे तेजी से काम कर सकते थे, जबकि 70 प्रतिशत इस बात से सहमत थे कि उनकी कंपनी के भीतर मार्केटिंग, बिक्री, इंजीनियरिंग, और प्रोडक्ट से जुड़े काम बड़े पैमाने पर दूसरी टीम के साथ बिना जानकारियां साझा करने के साथ होते हैं। एटलसियन में टीमवर्क लैब की प्रमुख डॉ. मौली सैंड्स ने कहा कि किसी टीम का स्वतंत्र रूप से काम करने और दूसरी टीम के साथ सूचनाओं को साझा न करने से सहयोग में बाधा आती है। इससे अक्षमताएं पैदा होती हैं और अवसर खत्म होते हैं। बिना अलाइंमेंट के उद्देश्यों को प्राप्त करना और बाजार में बदलावों के अनुकूल होना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने आगे कहा कि सूचनाओं को जोडऩा और एआई को इंटीग्रेट करना जरूरी है। संगठित जानकारी एआई को महत्वपूर्ण जानकारी प्रकट करने की अनुमति देती है, जिससे टीम को सही समय पर वह मिल जाता है जिसकी उन्हें जरूरत होती है। सैंड्स ने कहा कि एआई का पूरी तरह से इस्तेमाल करने के लिए, व्यवसायों को उत्पादकता, सहयोग और इनोवेशन के लिए जरूरी टूल्स और ट्रेनिंग में निवेश करना चाहिए। रिपोर्ट ने चुनौतियों के समाधान के लिए तीन-आयामी दृष्टिकोण की सिफारिश की। ये तीन आयाम काम को लक्ष्यों के साथ जोडऩा, एक साथ काम की योजना बनाना और ट्रैक करना, सामूहिक ज्ञान को उजागर करना हैं।

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AI से वर्क स्पीड और क्वालिटी में आएगा सुधार

 लगभग 92 प्रतिशत भारतीय पेशेवर इस बात से सहमत हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से काम की स्पीड और क्वालिटी में सुधार आएगा। एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। टीम कोलेबरेशन एंड प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर, एटलसियन की रिपोर्ट में एआई को अपनाने, इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट और टीम कोलेबरेशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। लगभग 87 प्रतिशत प्रोफेशनल का मानना है कि एआई उन्हें एक बेहतर टीममेट के रूप में पेश करने में मदद कर रहा है, जबकि 91 प्रतिशत का मानना है कि एआई का इस्तेमाल कर उन्हें जानकारी को बेहतर ढंग से डिस्कवर और मैनेज करने में मदद मिल सकती है। रिपोर्ट के लिए 6 क्षेत्रों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी और यूके के 12,000 नॉलेज वर्कर्स और फॉर्च्यून 500 कंपनियों के 200 अधिकारियों से डेटा कलेक्ट किया गया। इस रिपोर्ट ने टीमों के लिए सूचनाओं को प्रभावी ढंग से जोडऩे और व्यवस्थित करने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला। वैश्विक स्तर पर, फॉर्च्यून 500 में हर साल वर्क वीक का लगभग 27 प्रतिशत सूचना खोजने में बर्बाद हो जाता है। कर्मचारियों का कहना है कि सूचनाओं को खोजने के दौरान होने वाली कठिनाई तेजी से आगे बढऩे के बीच एक बड़ी बाधा बनती है। हर सप्ताह 17 घंटों से ज्यादा समय सूचनाओं को खोजने में लगाया जाता है। 61 प्रतिशत भारतीय कर्मचारियों ने बताया कि उनकी कंपनी में टीमें कभी-कभी अनजाने में एक ही काम करती हैं, जिससे काम में दोहराव होता है। लक्ष्य स्पष्टता की कमी से ये चुनौतियां और भी बढ़ जाती हैं, 90 प्रतिशत रेस्पॉन्डेंट्स ने सहमति व्यक्त की कि अगर उनके लक्ष्य और रणनीति स्पष्ट होती तो बिजनेस को सपोर्ट करना आसान होता। 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों का मानना है कि अगर उनके साथी एआई का ज्यादा इस्तेमाल करते तो वे तेजी से काम कर सकते थे, जबकि 70 प्रतिशत इस बात से सहमत थे कि उनकी कंपनी के भीतर मार्केटिंग, बिक्री, इंजीनियरिंग, और प्रोडक्ट से जुड़े काम बड़े पैमाने पर दूसरी टीम के साथ बिना जानकारियां साझा करने के साथ होते हैं। एटलसियन में टीमवर्क लैब की प्रमुख डॉ. मौली सैंड्स ने कहा कि किसी टीम का स्वतंत्र रूप से काम करने और दूसरी टीम के साथ सूचनाओं को साझा न करने से सहयोग में बाधा आती है। इससे अक्षमताएं पैदा होती हैं और अवसर खत्म होते हैं। बिना अलाइंमेंट के उद्देश्यों को प्राप्त करना और बाजार में बदलावों के अनुकूल होना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने आगे कहा कि सूचनाओं को जोडऩा और एआई को इंटीग्रेट करना जरूरी है। संगठित जानकारी एआई को महत्वपूर्ण जानकारी प्रकट करने की अनुमति देती है, जिससे टीम को सही समय पर वह मिल जाता है जिसकी उन्हें जरूरत होती है। सैंड्स ने कहा कि एआई का पूरी तरह से इस्तेमाल करने के लिए, व्यवसायों को उत्पादकता, सहयोग और इनोवेशन के लिए जरूरी टूल्स और ट्रेनिंग में निवेश करना चाहिए। रिपोर्ट ने चुनौतियों के समाधान के लिए तीन-आयामी दृष्टिकोण की सिफारिश की। ये तीन आयाम काम को लक्ष्यों के साथ जोडऩा, एक साथ काम की योजना बनाना और ट्रैक करना, सामूहिक ज्ञान को उजागर करना हैं।


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